रामपुर (उत्तर प्रदेश): कहते हैं प्यार अंधा होता है और कब, कैसे, किससे हो जाए, ये कोई नहीं जानता। कुछ ऐसी ही चौंकाने वाली प्रेम कहानी उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में सामने आई है, जहां एक अधेड़ उम्र के शख्स ने अपने ही बेटे की मंगेतर को दिल दे बैठा और चुपचाप उसे भगा ले गया। हैरानी की बात तो यह रही कि आठ दिन बाद जब वो लौटा तो अपनी “बहू” को दुल्हन बना चुका था।
यह अनोखा मामला थाना भोट क्षेत्र के एक गांव से जुड़ा है, जहां रहने वाले एक 55 वर्षीय ग्रामीण ने करीब एक साल पहले अपने बेटे का रिश्ता अजीमनगर थाना क्षेत्र की एक लड़की से तय किया था। परिवार में खुशी का माहौल था और शादी की तारीख भी तय हो चुकी थी। लेकिन इस रिश्ते की आड़ में बाप कुछ और ही प्लान कर रहा था।
बहू को लेकर डॉक्टर के बहाने हुआ फरार
जानकारी के मुताबिक, आठ दिन पहले पिता कार लेकर अपनी होने वाली बहू के मायके पहुंचा और कहा कि लड़की बहुत कमजोर है, उसे डॉक्टर को दिखाना है। परिजन भी किसी शक में नहीं आए और लड़की को उसके साथ भेज दिया। लेकिन जब देर शाम तक दोनों वापस नहीं लौटे तो युवती के परिवार को चिंता हुई। जब उन्होंने संपर्क किया तो ससुर ने कहा कि लड़की अस्पताल में भर्ती है।
दो दिन गुजर गए, कोई खबर नहीं मिली। इसके बाद जब परिजनों ने फिर संपर्क साधा तो वह टालमटोल करने लगा। आखिरकार आठवें दिन जो सामने आया उसने सभी को चौंका दिया।
बेटा हैरान! बाप ने रचाई उसकी मंगेतर से शादी
ससुर जब आठ दिन बाद लौटा तो अपनी ही बहू से निकाह कर चुका था। यह देख बेटे को गहरा झटका लगा और घर में जमकर हंगामा और मारपीट हुई। गुस्से में आकर बेटे ने अपने ही बाप से हाथापाई कर दी। यहां तक कि बहू बनी दुल्हन और सास के बीच भी जमकर झगड़ा हुआ। दोनों महिलाएं एक-दूसरे को बुरा-भला कहने लगीं।
पंचायत बैठी, गांव से निकाला गया जोड़ा
हंगामे के बाद गांव में पंचायत बैठी। बेटे और पत्नी ने पिता और उसकी नई नवेली दुल्हन को गांव से बाहर निकालने की मांग की। ग्रामीणों ने भी इस पर सहमति जताई और अंततः प्रेमी जोड़े को गांव छोड़ना पड़ा। फिलहाल दोनों ने शहजादनगर थाना क्षेत्र के एक गांव में अपना नया ठिकाना बना लिया है।
पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी शादी
यह अनोखी शादी अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग इस रिश्ते को लेकर अलग-अलग बातें कर रहे हैं। वहीं युवती के परिजन भी आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण अब इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। उन्होंने चुप्पी साध ली है।
रामपुर की यह प्रेम कहानी ना सिर्फ समाज की परंपराओं को चुनौती देती है, बल्कि रिश्तों की मर्यादा और सोच पर भी सवाल खड़े करती है। फिलहाल, प्रेमी जोड़ा अपनी नई जिंदगी की शुरुआत कर चुका है, लेकिन गांव और परिवार में इसके पीछे की कहानियां अभी भी गूंज रही हैं।