टेलीकॉम कंपनियों Airtel, Jio, BSNL और Vodafone Idea को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने स्पैम कॉल्स रोकने में विफल रहने पर बड़ा झटका दिया है। TRAI ने टेलीकॉम कमर्शियल कम्युनिकेशन कस्टमर प्रिफरेंस रेगुलेशन (TCCCPR) के तहत नियमों के उल्लंघन पर इन कंपनियों पर 12 करोड़ रुपये का ताजा जुर्माना लगाया है। अब तक कुल 141 करोड़ रुपये का जुर्माना इन कंपनियों पर लगाया जा चुका है।
स्पैम कॉल्स पर लगाम लगाने में नाकामी
TRAI की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पैम कॉल्स और फर्जी कमर्शियल कम्युनिकेशन रोकने में इन कंपनियों की विफलता के कारण यह कार्रवाई की गई है। नियमों के तहत, टेलीकॉम कंपनियों की यह जिम्मेदारी है कि वे नेटवर्क लेवल पर स्पैम कॉल्स को रोकने के लिए प्रभावी प्रणाली लागू करें। TRAI ने हाल ही में इस दिशा में कई कदम उठाए हैं और TCCCPR नियमों को और मजबूत बनाने की तैयारी कर रहा है।
बैंक गारंटी हो सकती है इनकैश
अगर टेलीकॉम कंपनियां समय पर जुर्माना नहीं भरती हैं, तो दूरसंचार विभाग (DoT) को इनकी बैंक गारंटी इनकैश करने का निर्देश दिया जा सकता है। हालांकि, फिलहाल DoT ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
OTT प्लेटफॉर्म्स पर भी जिम्मेदारी तय करने की मांग
टेलीकॉम कंपनियों ने हाल ही में हुई एक ओपन हाउस चर्चा में यह मांग उठाई कि स्पैम कम्युनिकेशन के लिए ओटीटी (OTT) प्लेटफॉर्म्स जैसे व्हाट्सऐप और अन्य डिजिटल सेवाओं पर भी जिम्मेदारी तय की जाए। कंपनियों का कहना है कि बड़ी संख्या में फर्जी कॉल्स और मैसेज इंटरनेट आधारित सेवाओं के जरिए किए जाते हैं, जिससे साइबर फ्रॉड की घटनाएं बढ़ रही हैं।
साइबर क्राइम के प्रति जागरूकता
DoT ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया है कि अगले तीन महीनों तक कॉलर ट्यून के जरिए साइबर फ्रॉड के खिलाफ जागरूकता फैलाई जाए। इसके तहत उपभोक्ताओं को संभावित धोखाधड़ी और सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
स्पैम कॉल्स और फर्जी कम्युनिकेशन पर TRAI की सख्ती
TRAI ने हाल ही में अनसोलिसिटेड कम्युनिकेशन से जुड़े नियम लागू किए हैं। इनमें मैसेज ट्रेसिबिलिटी और नेटवर्क स्तर पर स्पैम रोकथाम जैसे उपाय शामिल हैं। नियामक का उद्देश्य उपभोक्ताओं को बेहतर और सुरक्षित टेलीकॉम सेवाएं प्रदान करना है।
नियमों का सख्त पालन अनिवार्य
TRAI की इस कार्रवाई के बाद टेलीकॉम कंपनियों पर नियमों का सख्ती से पालन करने का दबाव बढ़ गया है। उपभोक्ताओं को फर्जी कॉल्स और स्पैम से राहत देने के लिए नियामक ने अपनी नीति को और कड़ा कर दिया है। वहीं, कंपनियों की ओर से इस जुर्माने पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
TRAI की इस सख्ती से उम्मीद है कि टेलीकॉम क्षेत्र में अनुशासन और उपभोक्ताओं की सुरक्षा को प्राथमिकता मिलेगी।