LPG Gas Cylinder Price Hike: दिवाली के अगले दिन भारतीय तेल मार्केटिंग कंपनियों ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 19 किलोग्राम के कमर्शियल LPG गैस सिलेंडर की कीमतों में भारी वृद्धि की घोषणा की है। इससे मेट्रो शहरों में कमर्शियल सिलेंडर के दाम में 61-62 रुपये तक की बढ़ोत्तरी हुई है। हालांकि, 14.2 किलोग्राम के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जिससे आम उपभोक्ताओं को राहत मिली है। फिर भी, कमर्शियल सिलेंडर की कीमतें कई शहरों में 2000 रुपये के करीब पहुंच चुकी हैं, जिससे होटलों, रेस्तरां, और अन्य व्यावसायिक स्थानों पर असर पड़ सकता है।
प्रमुख शहरों में नई कीमतें
इस वृद्धि का असर खासतौर पर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे मेट्रो शहरों में देखने को मिला है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने घोषणा की है कि नई कीमतें 1 नवंबर 2024 से लागू हो गई हैं। दिल्ली में 19 किलोग्राम का LPG सिलेंडर अब 1802 रुपये का हो गया है, जबकि अक्टूबर 2024 में इसकी कीमत 1740 रुपये थी। यानी 62 रुपये की वृद्धि हुई है।
कोलकाता में सबसे ज्यादा उछाल
कोलकाता में LPG सिलेंडर की कीमतों में सबसे ज्यादा उछाल देखने को मिला है। अक्टूबर 2024 में यहां 19 किलोग्राम के LPG सिलेंडर की कीमत 1850.5 रुपये थी, जो अब 61 रुपये की बढ़त के साथ 1911.5 रुपये हो गई है। यह बढ़ोतरी होटलों और रेस्तरांओं के लिए चिंता का विषय हो सकती है, क्योंकि इस वृद्धि के चलते उनके संचालन की लागत में बढ़ोतरी होगी।
मुंबई और चेन्नई में नई दरें
मुंबई में कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत अब 1754.5 रुपये हो गई है, जो पहले 1692.5 रुपये थी। यहां भी 62 रुपये का उछाल देखा गया है। इसी प्रकार चेन्नई में भी सिलेंडर की कीमत 61.5 रुपये बढ़ गई है और अब 1903 रुपये से बढ़कर 1964 रुपये हो गई है।
घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें स्थिर
घरेलू LPG सिलेंडर की कीमतें, जो 14.2 किलोग्राम के होती हैं, इस वृद्धि से अछूती रही हैं। दिल्ली में इसका दाम अभी भी 803 रुपये है, जबकि मुंबई में यह 802.50 रुपये, चेन्नई में 818.50 रुपये और कोलकाता में 829 रुपये पर स्थिर है। घरेलू सिलेंडर की कीमतों में आखिरी बार अगस्त 2024 में बदलाव हुआ था, जिसके बाद कोई वृद्धि नहीं की गई है।
कारोबारियों की प्रतिक्रिया
कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में इस वृद्धि से व्यवसायों में नाराजगी है। होटल और रेस्टोरेंट मालिकों के लिए बढ़ी हुई लागत का असर उनके व्यवसाय पर पड़ सकता है, और वे अपने उत्पादों की कीमतें बढ़ाने पर मजबूर हो सकते हैं।