1 नवंबर से OTP और अन्य महत्वपूर्ण मैसेज सेवाओं पर संकट, TRAI के नए नियमों से प्रभावित होंगी टेलीकॉम कंपनियां
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TRAI Guidelines: भारत में 1 नवंबर 2023 से भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) के नए नियम लागू होने जा रहे हैं, जो टेलीकॉम कंपनियों और प्रमुख संस्थाओं (PEs) के लिए चुनौती साबित हो सकते हैं। नए निर्देशों के मुताबिक, बैंकों, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्मों, और वित्तीय संस्थानों द्वारा भेजे गए लेनदेन और सर्विस मैसेज को ट्रेस करना अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि फर्जी संदेशों को रोकने के साथ ही ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि वे अवांछित या बेमेल टेलीमार्केटर मैसेज को अस्वीकार करें। इस नए नियम का मतलब है कि अगर संदेश में जरूरी जानकारी स्पष्ट रूप से नहीं दी गई, तो वह संदेश ग्राहक तक नहीं पहुंचेगा। इस नियम का सीधा असर वन-टाइम पासवर्ड (OTP) पर भी हो सकता है, जो ऑनलाइन लेनदेन और अन्य डिजिटल सेवाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
भारत के तीन प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटर, एयरटेल, वोडाफोन आइडिया (Vi), और रिलायंस जियो, जो सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) के सदस्य हैं, ने TRAI से इन नए नियमों में ढील देने की मांग की है। COAI ने चेतावनी दी है कि 1 नवंबर से लागू होने वाले इन नए निर्देशों से OTP और अन्य जरूरी मैसेज ग्राहकों तक पहुंचने में व्यवधान आ सकता है। कारण यह है कि अभी तक सभी संबंधित संस्थाओं द्वारा आवश्यक तकनीकी समाधान पूरी तरह से लागू नहीं किए गए हैं, जिससे संदेशों की डिलीवरी में देरी या विफलता की संभावना बढ़ जाती है।
COAI ने बताया कि इन नियमों का उद्देश्य ग्राहकों को स्पैम और फर्जी संदेशों से बचाना है, परंतु, समय रहते तकनीकी समाधान लागू न होने की वजह से बैंकिंग और अन्य आवश्यक सेवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। COAI के अनुसार, ग्राहक OTP न मिलने पर लेनदेन करने में असमर्थ हो सकते हैं, जिससे डिजिटल सेवाओं में रुकावट आ सकती है।
हाल ही में भारत सरकार ने ‘इंटरनेशनल इनकमिंग स्पूफ्ड कॉल्स प्रिवेंशन सिस्टम’ नाम से एक स्पैम-ट्रैकिंग सिस्टम लॉन्च किया है। इस सिस्टम का उद्देश्य भारतीय फोन नंबरों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल्स की पहचान कर उन्हें ब्लॉक करना है। दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस नए सिस्टम का उद्घाटन किया है, जो भारत में डिजिटल सुरक्षा बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा है।
TRAI के नए नियमों का उद्देश्य ग्राहकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना है, ताकि अवांछित और फर्जी संदेशों से उन्हें सुरक्षित रखा जा सके। टेलीकॉम कंपनियां इन नियमों की आवश्यकता को समझती हैं, लेकिन उनका मानना है कि इस समय में इनका कार्यान्वयन ग्राहकों के लिए असुविधाजनक हो सकता है। ऐसे में, टेलीकॉम कंपनियां TRAI से नियमों में कुछ छूट की मांग कर रही हैं ताकि OTP जैसी सेवाएं बिना किसी रुकावट के सुचारू रूप से जारी रह सकें।