Driving License: बिहार में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 8051 वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License) सस्पेंड हो सकते हैं। यह कार्रवाई यातायात मुख्यालय द्वारा तैयार की गई सूची के आधार पर की जाएगी, जिसमें इन चालकों का नाम शामिल है। जिला परिवहन पदाधिकारी (DTO) को यह सूची भेजी जा चुकी है, और अब इन चालकों के खिलाफ ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
यातायात मुख्यालय ने जनवरी से अक्टूबर 2024 तक के लिए एक सूची तैयार की है, जिसमें उन वाहन चालकों के नाम शामिल हैं जिन्होंने यातायात नियमों की बार-बार अवहेलना की है। इस पूरी सूची में 28 जिलों के कुल 13451 वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन के लिए प्रस्तावित किए गए हैं। इस मामले में भागलपुर जिला राज्य में पहले स्थान पर है।
लाइसेंस निलंबन क्यों हो रहा है?
ऐसे वाहन चालकों के लाइसेंस सस्पेंड किए जाएंगे जिन्होंने वाहन चलाते समय तीन या उससे अधिक बार यातायात नियमों का उल्लंघन किया है। इस सूची में भागलपुर जिला पहले स्थान पर है, जहां 8051 वाहन चालकों का लाइसेंस निलंबित करने का प्रस्ताव है। दूसरे स्थान पर मुजफ्फरपुर है, जहां 4966 चालकों का लाइसेंस सस्पेंड होगा।
इसके अलावा अन्य जिलों में भी लाइसेंस सस्पेंड करने का प्रस्ताव भेजा गया है। इनमें रोहतास (186), बेतिया (53), पूर्णिया (28), गया (25), पूर्वी चंपारण (19), भोजपुर (14), दरभंगा (9), कैमूर (10), सुपौल (8), सिवान (7), खगड़िया (6), वैशाली और नवादा (4-4), कटिहार (3) जैसे जिले शामिल हैं। कुछ जिलों में लाइसेंस सस्पेंड करने की संख्या कम है, जैसे औरंगाबाद, गोपालगंज, बक्सर, जहानाबाद, मुंगेर, सहरसा में दो-दो, और बांका, किशनगंज, समस्तीपुर व जमुई में एक-एक लाइसेंस सस्पेंड किया जाएगा।
यह सूची जिला परिवहन पदाधिकारी (DTO) के पास भेजी गई है, और अब उनकी जांच के बाद इन लाइसेंसों के निलंबन की प्रक्रिया शुरू होगी।
पिछले तीन वर्षों में सस्पेंड हुए लाइसेंस
2021 से 2024 तक भागलपुर जिले में कुल 140 ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड किए गए थे। इनमें 2024 में 61, 2023 में 35, 2022 में 15, और 2021 में 29 लाइसेंस शामिल थे। इन लाइसेंसों का निलंबन गलत ड्राइविंग और यातायात नियमों के उल्लंघन के कारण किया गया। खास बात यह है कि इन सस्पेंड लाइसेंसों में छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, और दिल्ली के लाइसेंसधारक भी शामिल हैं, हालांकि अधिकांश लाइसेंसधारक बिहार के भागलपुर जिले के थे।
घर बैठे बनवाएं लर्निंग लाइसेंस
भागलपुर जिले के वाहन चालकों के लिए एक अच्छी खबर भी आई है। अब उन्हें लर्निंग लाइसेंस के लिए परिवहन कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। एक अप्रैल से शुरू हुई इस सुविधा के तहत, अब वाहन चालक घर बैठे लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं और टेस्ट भी ऑनलाइन दे सकते हैं। टेस्ट में पास होते ही उन्हें लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत कर दिया जाएगा।
इस प्रक्रिया में सबसे पहले आवेदक को परिवहन विभाग के सारथी पोर्टल पर आवेदन करना होगा। इसके बाद आवेदक को आधार कार्ड नंबर से लिंक करके आवेदन पूरा करना होगा। ऑनलाइन शुल्क जमा करने के बाद आवेदक को एक ओटीपी मिलेगा, जिसे सत्यापित करने के बाद, उन्हें लर्निंग लाइसेंस के टेस्ट की तिथि मिलेगी। टेस्ट में आवेदक को यातायात नियमों से जुड़े 15 सवालों का उत्तर देना होगा। टेस्ट में पास होने के बाद उन्हें लर्निंग लाइसेंस का लिंक मिल जाएगा, जिसे वे डाउनलोड कर सकते हैं।
निष्कर्ष भागलपुर जिले में यातायात नियमों के उल्लंघन के कारण ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। वहीं, लर्निंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन और टेस्ट देने की नई सुविधा ने वाहन चालकों के लिए प्रक्रिया को आसान बना दिया है। यह कदम राज्य में ट्रैफिक नियमों को बेहतर बनाने और अधिक लोगों को लर्निंग लाइसेंस प्राप्त करने में मददगार साबित होगा।