भारत का पूर्वोत्तर हिस्सा प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता के लिए प्रसिद्ध है। इसी हिस्से में बसा है अरुणाचल प्रदेश, जिसे देश का सबसे खूबसूरत राज्य माना जाता है। अरुणाचल प्रदेश के भीतर, ज़ीरो एक अनोखी जगह है जो अपनी प्राकृतिक छटा, आदिवासी संस्कृति और हरे-भरे धान के खेतों के लिए जानी जाती है। ज़ीरो एक छोटा लेकिन शानदार हिल स्टेशन है, जो समुद्र तल से 5538 फीट से लेकर 8000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस खूबसूरत हिल स्टेशन ने देश भर के सैलानियों का ध्यान अपनी ओर खींचा है, और हर साल यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।
ज़ीरो की अनोखी विशेषताएं
ज़ीरो अपने अनोखे आदिवासी गांवों के लिए खास पहचान रखता है। यहां पर अपतानी जनजाति निवास करती है, जो अपनी अनोखी जीवनशैली के लिए प्रसिद्ध है। उनके परंपरागत वस्त्र, बोली, खानपान और सांस्कृतिक त्योहार पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होते हैं। इस क्षेत्र के कुछ खानाबदोश भी हैं, जो समय-समय पर अपने घरों को बदलते रहते हैं। यहां का हर पहलू, चाहे वो संस्कृति हो या प्राकृतिक सौंदर्य, अपनी विशिष्टता के कारण बेहद खास है।
ज़ीरो में बसे जनजातियों का रहन-सहन बहुत ही अलग और रोचक है। अपतानी जनजाति के लोग मुख्य रूप से धान की खेती करते हैं और वे बिना मशीन के खेती करते हुए दुनिया को पर्यावरण-संरक्षण का बेहतरीन उदाहरण पेश करते हैं। ज़ीरो में घूमते वक्त इन जनजातियों के बीच समय बिताना किसी भी पर्यटक के लिए अविस्मरणीय अनुभव हो सकता है।
घूमने योग्य स्थान
1. ज़ीरो प्लूटो
ज़ीरो प्लूटो एक खूबसूरत पहाड़ी है जहां से पूरे शहर का नजारा देखा जा सकता है। यह स्थान पर्यटकों को अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता से मोहित कर देता है। हरी-भरी घाटियां, चारों तरफ फैले खेत, और दूर-दूर तक फैले पर्वत श्रृंखलाएं इस स्थान को बेहद खास बनाती हैं। यहां आकर आप प्रकृति की गोद में समय बिता सकते हैं और मानसिक शांति का अनुभव कर सकते हैं।
2. सिद्धेश्वर नाथ मंदिर
ज़ीरो में स्थित सिद्धेश्वर नाथ मंदिर भी पर्यटकों के लिए एक मुख्य आकर्षण का केंद्र है। यह मंदिर 25 फीट ऊंचा और 22 फीट चौड़ा शिवलिंग के लिए प्रसिद्ध है। इस विशाल शिवलिंग को देखने के लिए और पूजा-अर्चना करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। धार्मिक महत्व के कारण भी यह मंदिर पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है।
ज़ीरो क्यों जाएं?
अगर आप प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विविधता और शांतिपूर्ण वातावरण की तलाश में हैं, तो ज़ीरो आपके लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है। यहां की घनी हरियाली, खूबसूरत पहाड़, धान के हरे-भरे खेत, और साफ-सुथरे गांव आपको शहरी जीवन की भागदौड़ से दूर ले जाकर मानसिक शांति प्रदान करेंगे। यहां की अपतानी जनजाति की अनूठी संस्कृति और उनके साथ समय बिताने का अनुभव अद्वितीय होता है। प्रकृति प्रेमी, फोटोग्राफी के शौकीन और सांस्कृतिक उत्साही लोग इस स्थान को कभी भूल नहीं पाएंगे।
ज़ीरो कैसे पहुंचें?
ज़ीरो पहुंचने के लिए आप तेजपुर (असम) के नजदीकी एयरपोर्ट तक फ्लाइट बुक कर सकते हैं। इसके बाद, सड़क मार्ग से लगभग 5-6 घंटे की यात्रा करके ज़ीरो पहुंचा जा सकता है। नॉर्थ लखीमपुर एयरपोर्ट से भी ज़ीरो का सफर आसान होता है। हालांकि, अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश के लिए आपको राज्य सरकार से इनर लाइन परमिट (ILP) लेना आवश्यक है, जिसे आप ऑनलाइन भी प्राप्त कर सकते हैं।
ज़ीरो न केवल प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय स्थल है, बल्कि यहां की सांस्कृतिक विविधता भी इसे अनोखा बनाती है। यदि आप प्रकृति के बीच शांति से समय बिताना चाहते हैं और किसी अनजाने संसार का अनुभव करना चाहते हैं, तो ज़ीरो की यात्रा आपके जीवन की सबसे यादगार यात्राओं में से एक हो सकती है।