YouTube के करोड़ों यूज़र्स और कंटेंट क्रिएटर्स के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। दुनिया का सबसे बड़ा वीडियो प्लेटफॉर्म YouTube करीब 10 साल बाद अपना Trending Page और Trending Now सेक्शन जुलाई 2025 के अंत तक बंद करने जा रहा है। इस बदलाव का असर न सिर्फ यूज़र्स की ब्राउज़िंग आदतों पर पड़ेगा, बल्कि यूट्यूब क्रिएटर्स की व्यूअरशिप और कमाई पर भी गहरा प्रभाव डाल सकता है।
क्यों बंद हो रहा है ट्रेंडिंग पेज?
टेक एक्सपर्ट्स का मानना है कि YouTube का यह कदम काफी सोच-समझकर उठाया गया है। पिछले कुछ वर्षों में यूज़र्स की आदतें काफी बदल चुकी हैं। लोग अब सीधे सर्च बार में जाकर ट्रेंडिंग टॉपिक्स या वीडियो खोजते हैं। साथ ही, YouTube Shorts जैसे फॉर्मेट की लोकप्रियता बढ़ने के बाद से ट्रेडिशनल ट्रेंडिंग टैब पर विजिट्स में कमी दर्ज की गई है। ऐसे में YouTube अब शॉर्ट्स और दूसरे अधिक लोकप्रिय सेक्शन्स पर ध्यान केंद्रित करना चाहता है।
एक और वजह यह भी है कि ट्रेंडिंग पेज की उपयोगिता समय के साथ कम होती जा रही थी। क्रिएटर्स अब अन्य टूल्स, जैसे Google Trends, Twitter X, और Instagram Reels से ट्रेंडिंग टॉपिक का अंदाजा लगाने लगे हैं।
क्रिएटर्स की कमाई पर क्या असर पड़ेगा?
Trending Page खासकर नए यूट्यूबर्स के लिए एक वरदान की तरह था। यह उन्हें दिखाता था कि इस समय कौन-से वीडियो या विषय वायरल हो रहे हैं। इसी आधार पर वे कंटेंट बनाकर अच्छी व्यूअरशिप और विज्ञापन से जुड़ी कमाई कर सकते थे। अब इस फीचर के हटने के बाद नए क्रिएटर्स को ट्रेंड का विश्लेषण करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी और उन्हें थर्ड-पार्टी टूल्स पर निर्भर रहना होगा। इससे उनके कंटेंट वायरल होने की संभावना कम हो सकती है और रेवेन्यू पर भी असर पड़ सकता है।
क्या जोड़ने जा रहा है YouTube?
हालांकि YouTube खाली हाथ नहीं छोड़ रहा है। Trending Page को हटाकर YouTube कुछ नए फीचर्स लाने की तैयारी में है। इनमें शामिल हैं:
- Trending Music Videos
- Weekly Top Videos
- Popular Podcasts
- Trending Movie Trailers
इन सभी सेक्शन्स को अलग-अलग कैटेगरी के यूज़र्स और कंटेंट के लिए कस्टमाइज़ किया जाएगा। माना जा रहा है कि आने वाले समय में YouTube और भी नए डिस्कवरी फीचर्स जोड़ सकता है, जिससे यूज़र्स को टॉप कंटेंट तक पहुंच आसान हो सके।
निष्कर्ष:
YouTube का ट्रेंडिंग पेज बंद करने का फैसला एक बड़ा बदलाव है, जो प्लेटफॉर्म की रणनीति में हो रहे बदलावों की ओर इशारा करता है। कंटेंट क्रिएटर्स के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण दौर हो सकता है, लेकिन साथ ही यह उनके लिए अपने टैलेंट और विश्लेषण क्षमता को निखारने का भी मौका है। YouTube के ये नए सेक्शन्स किस हद तक क्रिएटर्स की जरूरतें पूरी कर पाएंगे, यह आने वाले समय में साफ हो जाएगा।