देशभर के 120 करोड़ मोबाइल यूजर्स के लिए नए साल में खुशखबरी आने वाली है। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने ऐसा कदम उठाने की तैयारी की है जिससे खासतौर पर 2G फोन उपयोगकर्ता और दो सिम कार्ड रखने वाले यूजर्स को बड़ी राहत मिलेगी। TRAI ने जुलाई में महंगे रिचार्ज प्लान्स से नाराज यूजर्स को राहत देने के लिए एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया था। अब जल्द ही टेलीकॉम कंपनियों को वॉइस-ओनली प्लान लाने का निर्देश दिया जाएगा।
वॉइस-ओनली प्लान का उद्देश्य
इस समय Airtel, Jio, Vodafone Idea और BSNL जैसी टेलीकॉम कंपनियां वॉइस और डेटा दोनों को शामिल करने वाले रिचार्ज प्लान ऑफर करती हैं। लेकिन यूजर्स के पास केवल वॉइस या SMS सुविधा का उपयोग करने का सस्ता विकल्प नहीं है। वॉइस-ओनली प्लान का मुख्य उद्देश्य उन 2G यूजर्स को राहत देना है, जो मोबाइल का इस्तेमाल केवल कॉलिंग के लिए करते हैं।
इसके अलावा, दो सिम कार्ड रखने वाले यूजर्स को भी इसका लाभ मिलेगा। आमतौर पर यूजर्स एक सिम को प्राइमरी और दूसरे को सेकेंडरी नंबर के रूप में इस्तेमाल करते हैं। सेकेंडरी सिम का उपयोग या तो कॉलिंग या डेटा के लिए होता है, लेकिन इसके लिए उन्हें महंगे रिचार्ज प्लान लेना पड़ता है। वॉइस-ओनली प्लान लॉन्च होने से यूजर्स सेकेंडरी सिम को एक्टिव रखने के लिए कम खर्च में रिचार्ज करा पाएंगे।
30 करोड़ 2G यूजर्स को राहत
भारत में करीब 300 मिलियन (30 करोड़) 2G यूजर्स हैं। इन यूजर्स के लिए हर महीने महंगा रिचार्ज कराना मुश्किल हो जाता है। वॉइस-ओनली प्लान की शुरुआत होने से ये यूजर्स केवल कॉलिंग और SMS के लिए सस्ता रिचार्ज कर सकेंगे। इससे उनका खर्च काफी कम हो जाएगा।
TRAI की प्लानिंग
TRAI ने इस साल मोबाइल यूजर्स की सुरक्षा और सुविधा के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। जुलाई में कंसल्टेशन पेपर जारी कर स्टेकहोल्डर्स से सुझाव मांगे गए थे, ताकि नए नियम और गाइडलाइन्स तैयार की जा सकें। CNBC Awaaz की रिपोर्ट के अनुसार, TRAI जल्द ही नए रेगुलेशन लाने वाला है, जिससे वॉइस-ओनली प्लान्स को लागू किया जा सके।
फर्जी कॉल्स से भी छुटकारा
TRAI ने फर्जी कॉल्स और SMS के खिलाफ भी नए नियम लागू किए हैं। इन नियमों से यूजर्स को अनचाही कॉल्स और फ्रॉड से बचाव में मदद मिलेगी।
TRAI का वॉइस-ओनली प्लान मोबाइल यूजर्स के लिए राहतभरा कदम है। इससे 2G यूजर्स और सेकेंडरी सिम रखने वालों का खर्च कम होगा। यह पहल टेलीकॉम कंपनियों और उपभोक्ताओं के बीच विश्वास बढ़ाने के साथ-साथ डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को भी मजबूती देगी।