नई दिल्ली। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) की 20वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे किसानों के लिए जरूरी जानकारी सामने आई है। इस बार की किस्त जून के आखिरी सप्ताह या जुलाई के पहले सप्ताह में किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जा सकती है। लेकिन कई किसानों को यह किस्त नहीं मिल रही है, जिससे वे परेशान हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो घबराने की जरूरत नहीं है। हम आपको बताएंगे कि पीएम किसान योजना का पैसा अगर अटक जाए तो आपको क्या करना चाहिए।
क्यों अटकती है किसान सम्मान निधि की किस्त?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है, जो तीन समान किस्तों में ट्रांसफर होती है। लेकिन कई बार किसानों की किस्तें तकनीकी कारणों, e-KYC अधूरी होने, बैंक खाते से आधार लिंक न होने या दस्तावेज़ में गड़बड़ी के चलते अटक जाती हैं।
पीएम किसान का पैसा न आए तो क्या करें?
यदि आपको अब तक पीएम किसान योजना की किस्त नहीं मिली है तो सबसे पहले आपको यह जांचना होगा कि आपकी e-KYC पूरी है या नहीं। इसके अलावा, आप निम्नलिखित तरीकों से अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं:
- हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें:
PM Kisan Yojana की हेल्पलाइन 011-23381092 पर कॉल करके आप अपनी समस्या बता सकते हैं। - ईमेल के जरिए शिकायत:
आप [email protected] पर अपनी पूरी जानकारी के साथ ईमेल भेज सकते हैं। - पीएम किसान वेबसाइट पर स्टेटस चेक करें:
pmkisan.gov.in पर जाकर आप “Beneficiary Status” विकल्प पर क्लिक करके आधार नंबर, मोबाइल नंबर या खाता संख्या डालकर अपनी किस्त की स्थिति जान सकते हैं।
e-KYC नहीं हुई तो कैसे कराएं?
ई-केवाईसी न होने पर भी कई बार किस्त अटक जाती है। इसे दो तरीके से पूरा किया जा सकता है:
- ऑनलाइन माध्यम से:
- pmkisan.gov.in वेबसाइट या पीएम किसान मोबाइल ऐप पर जाएं।
- “eKYC” सेक्शन में जाकर आधार नंबर डालें।
- आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा। उसे भरते ही आपकी e-KYC पूरी हो जाएगी।
- कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के जरिए:
- अगर मोबाइल OTP से e-KYC नहीं हो पा रही तो आप नजदीकी CSC या राज्य सेवा केंद्र पर जाएं।
- वहां फिंगरप्रिंट के माध्यम से e-KYC पूरी की जा सकती है।
क्या है पीएम किसान सम्मान निधि योजना?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत 2019 में हुई थी। इसके तहत छोटे और सीमांत किसानों को सालाना 6,000 रुपये की सहायता दी जाती है, जो तीन किस्तों में सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। अब तक 19 किस्तें जारी हो चुकी हैं और 20वीं किस्त जल्द जारी होने वाली है।