बीपीएससी पर घमासान: पप्पू यादव ने किया चक्का जाम का ऐलान, बिहार में रेल-सड़क सब होंगे बंद
पटना में बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) परीक्षा को दोबारा कराने की मांग पर छात्रों का आंदोलन तेज होता जा रहा है। पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने छात्रों के समर्थन में 3 जनवरी को पूरे बिहार में रेल और सड़क चक्का जाम का ऐलान किया है। यह फैसला छात्रों के भविष्य को लेकर हो रही अनदेखी के खिलाफ लिया गया है। छात्र युवा शक्ति ने भी बीपीएससी छात्रों के समर्थन में एनएच, एसएच और रेल चक्का जाम का आह्वान किया है। पप्पू यादव ने इसे समर्थन देते हुए कहा है कि यदि सरकार ने छात्रों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो बिहार बंद किया जाएगा।
पप्पू यादव ने सरकार पर साधा निशाना
पप्पू यादव ने सरकार की नीतियों पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यदि सरकार छात्रों की आवाज को अनसुना करती है और उनके भविष्य पर लाठियां बरसाती है, तो यह लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है। उन्होंने कहा, “हमारे पास गोली और लाठी खाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा।”
यादव ने यह भी कहा कि बीपीएससी आयोग जबरन परीक्षा कराने की तैयारी कर रहा है। 4 जनवरी को प्रस्तावित परीक्षा को रोकने के लिए उन्होंने हर जिले में छात्रों के समर्थन में आवाज बुलंद की है।
चक्का जाम का विस्तृत कार्यक्रम
पप्पू यादव ने चक्का जाम के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि 3 जनवरी को सुबह 9 बजे से रात 11 बजे तक यह आंदोलन चलेगा। इस दौरान राज्य भर में सड़कें और रेल मार्ग अवरुद्ध रहेंगे। उन्होंने विपक्षी छात्र संगठनों से भी इस आंदोलन में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह छात्रों के भविष्य की लड़ाई है और इसे हर हाल में सफल बनाया जाएगा।
पेपर लीक का मामला
छात्रों का आरोप है कि बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) में पेपर लीक हुआ है। इसके चलते वे परीक्षा को रद्द कर इसे दोबारा आयोजित करने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, बिहार लोक सेवा आयोग और सरकार ने छात्रों के इन आरोपों को खारिज कर दिया है। आयोग का कहना है कि पेपर लीक के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं।
सरकार और आयोग का रुख
बीपीएससी और सरकार ने साफ कर दिया है कि परीक्षा को रद्द करने का सवाल ही नहीं उठता। सरकार ने इस मुद्दे पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई का फैसला आयोग पर छोड़ दिया है। इस बीच, प्रदर्शनकारी छात्रों पर दो बार पुलिस ने बल प्रयोग किया है, लेकिन वे अब भी अपने मांगों पर डटे हुए हैं।
छात्रों का आंदोलन और राजभवन की सक्रियता
पटना के गर्दनीबाग इलाके में पिछले 15 दिनों से बीपीएससी के छात्र धरने पर बैठे हैं। अब तक छात्रों के दो प्रतिनिधिमंडल मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा से मुलाकात कर चुके हैं। इनमें से एक प्रतिनिधिमंडल में पप्पू यादव भी शामिल थे। बावजूद इसके अब तक इस मुद्दे का समाधान नहीं निकला है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजभवन भी इस मामले में सक्रिय नजर आ रहे हैं, लेकिन छात्रों की मांगों पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
बिहार बंद की चेतावनी
पप्पू यादव ने कहा कि यदि 3 जनवरी के चक्का जाम के बाद भी सरकार ने छात्रों की मांगों को नहीं माना, तो पूरे बिहार को बंद करने का आह्वान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन छात्रों के भविष्य और उनके अधिकारों की लड़ाई है, और वे इसे अंतिम परिणाम तक ले जाएंगे।
नतीजे की प्रतीक्षा
बीपीएससी परीक्षा को लेकर छात्र और सरकार के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चक्का जाम और बिहार बंद की धमकी के बाद सरकार और आयोग क्या रुख अपनाते हैं।