पटना. बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा से अभद्र अभद्रतापूर्ण व्यवहार का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इसे लेकर बीजेपी के दो विधायकों ललन कुमार और संजय सरावगी ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है जिससे सियासी बवाल मच गया है. बीजेपी विधायकों ने लखीसराय के एसडीपीओ रंजन कुमार, थाना प्रभारी बीरूपुर दिलीप कुमार सिंह और बड़हिया थाना अध्यक्ष संजय कुमार सिंह के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन की सूचना विधानसभा को दी है.
नोटिस दिये जाने के बाद बिहार विधानसभा के सचिव शैलेंद्र सिंह ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि दो विधायकों ने डीएसपी रंजन कुमार सिंह और दो थाना अध्यक्षों के खिलाफ बिहार विधानसभा के अध्यक्ष के साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार किए जाने का आरोप लगाते हुए विशेषाधिकार हनन की सूचना दी है. इस संबंध में 21 मार्च को स्पीकर के कार्यालय कक्ष में एक बैठक रखी गई है.
विशेषाधिकार हनन की सूचना के संदर्भ में उक्त तीनों आरोपित पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त करें और उस पर विभागीय मंतव्यों के साथ प्रतिवेदन तीन दिन के अंदर सचिवालय को उपलब्ध कराएं. विधानसभा सचिव ने मुख्य सचिव और डीजीपी से कहा कि आप खुद बैठक में उपस्थित रहें. मुख्य सचिव व डीजीपी को लिखे पत्र के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने 18 फरवरी को मुंगेर के डीआईजी को पत्र लिख कर तीनों पुलिस अधिकारियों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की सूचना दी है.
पुलिस मुख्यालय के पत्र में कहा गया है कि लखीसराय डीएसपी और 2 थाना प्रभारी के विरुद्ध विधानसभा अध्यक्ष के साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार किए जाने का आरोप लगाते हुए विशेषाधिकार हनन की सूचना दी गई है. ऐसे में इन तीनों पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त कर मंतव्य के साथ पुलिस मुख्यालय को भेजें.
बता दें कि सरस्वती पूजा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा अपने विधानसभा क्षेत्र लखीसराय में थे. आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने दोषी लोगों के बजाए निर्दोष को पकड़ लिया. इसकी जानकारी के बाद स्पीकर ने पुलिस अधिकारियों से इस संबंध में आपत्ति दर्ज की. इसके बाद लखीसराय डीएसपी और थानेदारों ने विधानसभा अध्यक्ष से अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया था.