पटना: बेली रोड पर तेज रफ्तार फार्च्यूनर कार ने शनिवार की रात ट्रैफिक पुलिस की महिला सिपाही को कुचल डाला। गाड़ी में फंसी सिपाही बबीता कुमारी (24) करीब 50 मीटर तक घिसटती चली गईं। राहगीरों और आसपास के दुकानदारों की मदद से वाहन को खदेड़ कर रोका गया।
लोगों के सहयोग से बबीता को लहूलुहान हालत में पीएमसीएच भेजा गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए विभागीय अधिकारी निजी अस्पताल में लेकर गए। इधर, हादसे के बाद वाहन सवार अभिनव कुमार सिंह और जूही कुमारी भागने का प्रयास करने लगे। लोगों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। दोनों रिश्तेदार बता रहे हैं। पुलिस ने कार को जब्त कर लिया है। ट्रैफिक एसपी अनिल कुमार के मुताबिक, सिपाही की हालत गंभीर है। वाहन के मालिक का पता लगाया जा रहा है।
ट्रैफिक डीएसपी-2 अनिल कुमार ने बताया कि मूलरूप से शेखपुरा जिले की रहने वाली बबीता कुमारी पटना ट्रैफिक पुलिस में सेवारत हैं। उनकी तैनाती यातायात संचालन के लिए आयकर गोलंबर पर थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बेली रोड पर फार्च्यूनर कार पटना वीमेंस कालेज से आयकर चौराहे की तरफ जा रही थीं। कार ने गोल चक्कर घूमने की बजाय सुधा बूथ के सामने से यू-टर्न ले लिया। बबीता कार को रोकने का प्रयास कर रही थीं। तभी चालक ने उन्हें सीधी टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही वह सड़क पर गिर पड़ीं। इसके बाद भागने के लिए चालक ने कार की गति तेज कर दी।
सड़क पर गिरने के बाद बबीता उठने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन चालक ने जैसे ही गाड़ी आगे बढ़ाई कि उनकी यूनिफार्म का व्हीसिल कार्ड (सिटी बांधने वाली डोरी) बाईं तरफ फुट-रेस्ट में फंस गया। चालक भागने के चक्कर में उनकी चीखें भी नहीं सुन रहा था। स्थानीय दुकानदारों की मानें तो गाड़ी बढ़ते बबीता एक बार जोर से चिल्लाईं, फिर बेहोश हो गईं। लोग कार रोकने के लिए शोर मचा रहे थे, लेकिन चालक बढ़े जा रहा था। करीब 50 मीटर दूर हाईकोर्ट मजार के पास पुलिस लाइन से आ रहे बाइक सवार दो जवानों ने कार को ओवरटेक कर रोक लिया। बबीता को अस्पताल के लिए भेजने के बाद गुस्साए ने कार में भी तोड़फोड़ की।
पूछताछ में अभिनव ने पुलिस को बताया कि वह मनेर का रहने वाला है। यहां नेहरू नगर में रहकर बालू का कारोबार करता है। फाच्र्यूनर कार उसी की बताई जा रही है। वहीं, जूही खुद को बीपीएससी की तैयारी करने वाली छात्रा बताती है। उसका कहना है कि वह मूलरूप से सहरसा जिले की रहने वाली है। यहां बोरिंग रोड के गर्ल्स हास्टल में रहती है। उसने बीपीएससी-67वीं की परीक्षा दी है।
अभिनव और जूही ने पुलिस को बताया कि वे अटल पथ पर चाय पीने गए थे। इसके बाद अभिनव उसे हास्टल छोडऩे जा रहा था। गोलंबर से पहले उन्होंने यू-टर्न लेना चाहा, लेकिन महिला सिपाही ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद वे कार बैक करने लगे। तभी सिपाही उसकी कार में फंस गईं। अभिनव की मानें तो अहसास होते ही उसने खुद कार रोक दी।