इस साल सऊदी अरब में आईपीएल की नीलामी में कुल 639.15 करोड़ रुपये खर्च हुए. 10 फ्रेंचाइजियों ने कुल 182 खिलाड़ियों को अपनी टीम के साथ जोड़ा. खिलाड़ियों पर जमकर पैसे बरसे और रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनता गया. क्रिकेट प्रेमियों का उत्साह 2025 में होने वाले आईपीएल को लेकर बढ़ा हुआ है, लेकिन एक सवाल लोगों के दिमाग में अक्सर चलता रहता है कि आखिर आईपीएल में खिलाड़ियों पर करोड़ों रुपये खर्च करने वाली टीमें ये पैसा कहां से लाती हैं?
आईपीएल फ्रेंचाइजी टीमों के लिए करोड़ों का खर्च कोई नई बात नहीं है, लेकिन वो कमाई कहां से करती है, आइए जान लेते हैं.
मीडिया राइट्स (Media Rights)
आईपीएल फ्रेंचाइजियों की कमाई का सबसे बड़ा सोर्स मीडिया राइट्स हैं. 2023 में आईपीएल के ब्रॉडकास्टिंग राइट्स को स्टार इंडिया ने ₹23,575 करोड़ में खरीदा था. मीडिया राइट्स से हर मैच पर बीसीसीआई को ₹60.18 करोड़ मिलते हैं. इन राइट्स से आईपीएल टीमों को 60-70 फीसदी तक कमाई होती है.
टिकट बिक्री/गेट रिवेन्यू (Gate Revenue)
आईपीएल फ्रेंचाइजी टिकटों की बिक्री से भी बड़ी कमाई करती हैं. हर टीम को अपने घरेलू ग्राउंड पर कम से कम 7 मैचों का कराने को मिलता है, जिससे वे टिकट बेचकर के अच्छा पैसा कमा सकती हैं. टिकट बिक्री से प्राप्त कमाई का हिस्सा लगभग 10% होता है. इसके अलावा, आईपीएल के आधिकारिक मर्चेंडाइज जैसे जर्सी, बैट, कैप आदि की बिक्री भी एक महत्वपूर्ण कमाई स्रोत है.
मर्चेंडाइजिंग (Merchandising)
आईपीएल के मर्चेंडाइजिंग से भी टीमों को बड़ी कमाई होती है. भारतीय खेल मर्चेंडाइजिंग बाजार में साल दर साल 100% की वृद्धि हो रही है. हर फ्रेंचाइजी अपनी मर्चेंडाइज बेचती है, जिसमें टी-शर्ट, कैप, बैट, वॉच आदि शामिल होते हैं. भारतीय बाजार में मर्चेंडाइजिंग का साइज लगभग 30 मिलियन डॉलर का है.
स्टेक बेचना (Selling Stake)
कई आईपीएल फ्रेंचाइजी समय-समय पर अपनी हिस्सेदारी (स्टेक) बेचकर बड़ी रकम कमाती हैं. उदाहरण के लिए, दिल्ली कैपिटल्स ने जीएमआर से ₹550 करोड़ में 50% हिस्सेदारी बेची थी, और बाद में जीएमआर ने अपनी निवेश राशि दोगुनी कर दी.
स्पॉन्सरशिप (Sponsorship)
आईपीएल टीमों के पास बहुत से स्पॉन्सर होते हैं. टीमों के खिलाड़ियों की जर्सी पर औसतन 10 ब्रांड के लोगो होते हैं, जिनमें से 6 जर्सी पर, 2 पैंट पर और कुछ कैप पर होते हैं. इन स्पॉन्सरशिप से भी टीमों को बड़ी कमाई होती है.
ब्रांड वैल्यू (Brand Value)
आईपीएल टीमों की ब्रांड वैल्यू भी महत्वपूर्ण होती है. जिन टीमों में विराट कोहली, MS धोनी, या रोहित शर्मा जैसे स्टार खिलाड़ी होते हैं, उनकी ब्रांड वैल्यू बढ़ जाती है. इससे नई कंपनियां और निवेशक टीम से जुड़ते हैं और इससे टीमों की कमाई में इजाफा होता है.
आईपीएल में निवेश से
अमेरिकी निवेशक भी आईपीएल में बड़ी निवेश कर रहे हैं. 2023 में सऊदी अरब ने आईपीएल में ₹5 बिलियन तक निवेश करने का इरादा जताया था. इसके अलावा अमेरिकी कंपनियां जैसे सिल्वर लेक पार्टनर्स, KKR & Co. और TPG कैपिटल ने आईपीएल में ₹3.2 बिलियन से अधिक का निवेश किया है.
ओटीटी प्लेटफॉर्म्स (OTT Platforms)
वायकॉम18 ने 2023 से 2027 तक आईपीएल के डिजिटल स्ट्रीमिंग राइट्स ₹23,758 करोड़ में खरीदी हैं. कुल मिलाकर, आईपीएल मीडिया राइट्स से 2023-2027 तक ₹48,390 करोड़ का रिवेन्यू प्राप्त हुआ है.