नई दिल्ली: भारत ने 2024 में दूसरा टी20 वर्ल्ड कप जीतकर अपने 11 साल के आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म कर दिया। 29 जून 2024 को खेले गए फाइनल में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 7 रनों से हराकर खिताबी जीत दर्ज की। इस मैच में कई खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन विकेटकीपर ऋषभ पंत की सूझबूझ भरी चालाकी ने जीत की दिशा में निर्णायक योगदान दिया।
कठिन परिस्थिति में ऋषभ पंत का योगदान
फाइनल मैच के दौरान, जब दक्षिण अफ्रीका की टीम जीत के करीब थी, ऋषभ पंत की मांसपेशियों में हल्का खिंचाव आ गया। उस वक्त मैच पूरी तरह दक्षिण अफ्रीका के पक्ष में था। दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए केवल 30 रन चाहिए थे और क्रीज पर उनके प्रमुख बल्लेबाज डेविड मिलर और हेनरिच क्लासेन मौजूद थे। उस समय ऐसा लग रहा था कि दक्षिण अफ्रीका अपनी पहली आईसीसी ट्रॉफी जीतने जा रही है। लेकिन इस महत्वपूर्ण मौके पर पंत ने चालाकी से खेल में ब्रेक लगाकर भारतीय टीम को रणनीति बनाने का मौका दे दिया।
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने हाल ही में नेटफ्लिक्स पर प्रसारित ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ में इस घटना को याद करते हुए बताया कि कैसे पंत ने अपनी समझदारी से खेल की गति को धीमा किया। रोहित ने कहा, “मैच लगभग हमारे हाथ से निकल चुका था, लेकिन पंत ने अपनी मांसपेशियों के खिंचाव का बहाना बनाकर खेल को थोड़ी देर के लिए रोक दिया। इससे हमें अपनी रणनीति पर विचार करने का समय मिला और हमने एक नई योजना के साथ खेल को मोड़ दिया।”
पंत की ‘समझदारी’ ने बदली खेल की दिशा
पंत की इस चालाकी ने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों की लय को तोड़ दिया। रोहित शर्मा ने खुलासा किया कि कैसे इस छोटी सी देरी ने भारतीय टीम को मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार होने का मौका दिया। रोहित ने बताया, “जब साउथ अफ्रीका को 30 गेंदों में 30 रन चाहिए थे, तब पंत ने अपने घुटने पर टेपिंग करवाकर खेल की गति को धीमा किया। इससे बल्लेबाजों का ध्यान भंग हुआ और हमारी गेंदबाजी यूनिट ने इसका फायदा उठाया।”
फाइनल का रोमांचक अंत
भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 177 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसे पूरा करने में दक्षिण अफ्रीकी टीम नाकाम रही। हालांकि क्लासेन और मिलर ने शानदार बल्लेबाजी की, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने आखिरी ओवरों में जबरदस्त प्रदर्शन किया और दक्षिण अफ्रीका की टीम 169 रन पर सिमट गई। रोहित ने स्वीकार किया कि उस वक्त टीम काफी दबाव में थी, लेकिन पंत की सूझबूझ और गेंदबाजों के धैर्य ने मैच की दिशा बदल दी।
Captain Rohit Sharma revealed the untold story of Rishabh Pant when India needed to defend 30 runs in 30 balls. Two Brothers ! 🥺❤️
pic.twitter.com/EmqIrrCFb3— 𝐇𝐲𝐝𝐫𝐨𝐠𝐞𝐧 (@IamHydro45_) October 5, 2024
रोहित का खुलासा
रोहित ने कहा, “उनके पास काफी विकेट बचे हुए थे और बल्लेबाज भी सेट थे। हमें लग रहा था कि मैच हमारे हाथ से फिसल रहा है। लेकिन पंत ने चालाकी से खेल को रोका, जिससे हम अपनी रणनीति पर विचार कर सके। यह एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण कदम था, जिसने मैच का रुख मोड़ दिया।”
भारत की इस ऐतिहासिक जीत में पंत की चालाकी के साथ-साथ गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन और टीम के सामूहिक प्रयास की भी बड़ी भूमिका रही। इस जीत ने भारतीय क्रिकेट को एक बार फिर से शिखर पर पहुंचा दिया, और 2007 के बाद दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी भारत के नाम की।