Ravindra Jadeja: भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी और शानदार गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में एक विकेट हासिल करते ही अपने 300 विकेट पूरे कर लिए हैं। वह भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट लेने वाले कुल 7वें खिलाड़ी बने हैं। जडेजा ने अपने दम पर भारतीय टीम को कई फंस हुए मैच जिताए हैं।
10 साल बाद मिली बड़ी उपलब्धि: जडेजा
रवींद्र जडेजा ने चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा कि जब आप देश के लिए कुछ हासिल करते हैं तो यह काफी खास होता है। मैं 10 साल से टेस्ट खेल रहा हूं और अब इस उपलब्धि तक पहुंचा हूं। मैंने अच्छा प्रदर्शन किया है और मुझे खुद पर गर्व है। मैं इसे लेकर खुश और अच्छा महसूस कर रहा हूं। यह खास है और हमेशा मेरे साथ रहेगा। एक युवा खिलाड़ी के रूप में मैंने सफेद गेंद के क्रिकेट से शुरुआत की और हर कोई मुझसे कहता था कि मैं सफेद गेंद वाला क्रिकेटर हूं। मैंने हालांकि लाल गेंद से कड़ी मेहनत की और आखिरकार सारी मेहनत सफल रही।
रवींद्र जडेजा ने कहा कि एक बल्लेबाज के तौर पर मैं क्रीज पर थोड़ा समय बिताना पसंद करता हूं। मैं गेंद की योग्यता पर रन बनाने की कोशिश करता हूं। अब हमें आठ विकेट चटकाकर लक्ष्य को हासिल करना होगा। उम्मीद है कि हमें ज्यादा बड़ा लक्ष्य नहीं मिलेगा।
गेंदबाजी कोच ने भी की जडेजा की तारीफ
भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने भी जडेजा की तारीफ करते हुए उन्हें गेंद का जादूगर करार दिया। उन्होंने कहा कि जडेजा एक संपूर्ण पैकेज हैं और उसके पास जादुई हाथ हैं। 300 विकेट क्लब में शामिल होना उनके लिए विशेष है। 35 साल के जडेजा के लिए यह उपलब्धि खास है क्योंकि 300 विकेट के साथ टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 3000 से अधिक रन भी है। जडेजा ने अपने 74वें टेस्ट में इस आंकड़े (300 विकेट और 3000 रन) को पूरा किया और वह इंग्लैंड के महान ऑलराउंडर इयान बॉथम के बाद इस आंकड़े तक पहुंचने वाले दूसरे सबसे तेज खिलाड़ी है। जडेजा ने उम्मीद जताई की भारतीय टीम बांग्लादेश के बाकी बचे आठ विकेट को जल्दी चटकाकर मंगलवार को सीरीज में सूपड़ा साफ करने में सफल रहेगी।
रवींद्र जडेजा से पहले भारत के लिए अनिल कुंबले (619), रविचंद्रन अश्विन (524), कपिल देव (434), हरभजन सिंह (417), इशांत शर्मा (311) और जहीर खान (311) टेस्ट क्रिकेट में 300 प्लस विकेट हासिल कर चुके हैं।