भारत और न्यूजीलैंड के बीच पुणे में खेले जा रहे तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली जिस तरह आउट हुए, उससे सब हैरान रह गए। कीवी टीम के ऑलराउंडर मिचेल सैंटनर ने कोहली को फुलटॉस गेंद पर आउट कर दिया, जो कि कोहली की बल्लेबाजी को देखते हुए असामान्य था। सैंटनर ने इस विकेट को अपने करियर का अहम पल बताते हुए कहा कि उन्हें खुद विश्वास नहीं हो रहा था कि कोहली उस गेंद पर आउट होंगे। उन्होंने कहा, “कोहली जैसे बल्लेबाज आमतौर पर ऐसी गेंदों को बाउंड्री के पार भेजते हैं, और मैंने सोचा था कि वह इसे सिक्स में तब्दील करेंगे।”
पुणे टेस्ट मैच के दूसरे दिन सैंटनर ने भारतीय टीम को सस्ते में समेटने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने अपने टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 53 रन देकर 7 विकेट झटके और भारतीय टीम की पहली पारी को 156 रनों पर समाप्त किया। वहीं, दूसरी ओर न्यूजीलैंड की टीम ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में 5 विकेट गंवाकर 198 रन बना लिए थे, जिससे उन्हें 301 रनों की मजबूत बढ़त मिल गई। इस बड़े स्कोर को देखते हुए भारतीय टीम के लिए मैच में वापसी करना अब चुनौतीपूर्ण नजर आ रहा है।
कोहली की असामान्य शॉट चयन पर सैंटनर की प्रतिक्रिया
प्रेस कॉन्फ्रेंस में, सैंटनर ने कोहली के आउट होने पर टिप्पणी करते हुए कहा, “मेरी गेंद थोड़ी धीमी थी और अक्सर इस प्रकार की गेंदों पर बल्लेबाज बाउंड्री की ओर शॉट खेलते हैं। विराट कोहली को देखकर भी मुझे ऐसा ही लगा था कि वह इस गेंद पर एक बड़ा शॉट मारने वाले हैं।” सैंटनर ने अपनी गेंदबाजी में विविधता लाने के लिए लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में गेंदों की गति में बदलाव करने के अनुभव को भी साझा किया। उन्होंने कहा, “गति में बदलाव करने से बल्लेबाज के लिए गेंद को समझना कठिन हो जाता है, और यही तकनीक मैंने इस टेस्ट मैच में भी अपनाई।”
वाशिंगटन सुंदर की शानदार गेंदबाजी
इस मुकाबले में भारतीय टीम की ओर से युवा गेंदबाज वाशिंगटन सुंदर ने भी अपने गेंदबाजी कौशल का प्रदर्शन किया। सुंदर ने कीवी टीम की पहली पारी में कुल 7 विकेट चटकाए और अपनी गति में बदलाव के माध्यम से बल्लेबाजों को परेशान किया। सैंटनर ने सुंदर की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी गेंदबाजी में गति में बदलाव शानदार था, जिससे बल्लेबाजों के लिए उन्हें खेलना मुश्किल हो गया। सैंटनर ने कहा कि न्यूजीलैंड की टीम अब अपनी बढ़त को और अधिक बढ़ाना चाहती है ताकि गेंदबाजों के लिए भारतीय बल्लेबाजों को दबाव में रखना आसान हो सके।