Holi 2025 : होली हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में शामिल है. होली रंगों के साथ-साथ प्यार और खुशियों का त्योहार माना जाता है. हर साल फाल्गुन पूर्णिमा की तिथि पर बच्चों से लेकर बुजुर्गो तक सभी बड़े उत्साह के साथ रंगों का ये त्योहार मनाते हैं. इस साल होली का त्योहार 14 मार्च को मनाया जाएगा. होली का त्योहार भगवान श्रीकृष्ण और देवों के देव महादेव के जुड़ा बताया जाता है. होली के दिन भगवान को स्नान कराया जाता है. उनका पूजन किया जाता है. भगवान को रंग-गुलाल भी लगाया जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि होली के दिन भगवान के स्नान-पूजन का शुभ मुहूर्त क्या है. साथ ही भगवान को रंग-गुलाल किस समय में लगाएं और इस दिन का महत्व क्या है?
होली के दिन शुभ मुहूर्त
- होली के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 3 मिनट पर शुरू होगा. ये सुबह 5 बजकर 51 मिनट तक रहेगा.
- अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगा. ये मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 59 मिनट तक रहेगा.
- विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा. ये मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 40 मिनट तक रहेगा.
- गोधूलि मुहूर्त शाम 7 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा. ये मुहूर्त 7 बजकर 35 मिनट तक तक रहेगा.
- निशिता मुहूर्त रात 11 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगा. ये मुहूर्त रात 12 बजकर 9 मिनट तक रहेगा.
- वहीं अमृत काल सुबह 3 बजकर 54 मिनट पर शुरू होगा. ये सुबह 4 बजकर 55 मिनट तक रहेगा.
कब कराएं भगवान को स्नान
होली के दिन सुबह के समय भगवान को स्नान नहीं कराना चाहिए और उनका पूजन भी नहीं करना चाहिए. सबसे पहले मंदिर में स्थापित देवी-देवताओं के समक्ष एक पात्र में रंग-गुलाल निकालकर रख लेना चाहिए. रंग खेलने के बाद स्नान आदि करके मंदिर में देवी-देवताओं को स्नान कराना चाहिए. उसके बाद विधि-विधान से उनकी पूजा करनी चाहिए. उनको भोग लगाना चाहिए. इसके बाद देवी-देवताओं को रंग-गुलाल लगाना चाहिए.
भगवान को रंग लगाने का शुभ समय
होली के दिन भगवान को रंग-गुलाल लगाने का शुभ समय अभिजीत मुहूर्त में है. अभिजीत मुहूर्त में ही भगवान को रंग-गुलाल लगाया जा सकता है. इसके अलावा गोधूलि मुहूर्त में भी भगवान को रंग-गुलाल लगाया जा सकता है.