भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह एक बार फिर से चर्चा में हैं, लेकिन इस बार उनकी चर्चा फिल्मी पर्दे से कहीं ज्यादा राजनीति के क्षेत्र में हो रही है। पवन सिंह, जिन्होंने हाल ही में निर्दलीय चुनाव लड़कर राजनीति में कदम रखा था, अब एक नई पार्टी में शामिल होने की संभावना को लेकर सुर्खियों में हैं।
भोजपुरी सुपरस्टार की राजनीति में एंट्री
पवन सिंह ने 2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामा था और पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए टिकट भी दिया था। हालांकि, आसनसोल सीट पर चुनाव के दौरान टीएमसी नेताओं द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों के कारण पवन सिंह ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। इसके बाद, भाजपा ने उनका टिकट काटकर किसी और नेता को टिकट दे दिया, जिसके परिणामस्वरूप पवन सिंह ने बिहार के काराकाट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा। इस चुनाव में पवन सिंह ने अच्छा प्रदर्शन किया, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
जन सुराज पार्टी में शामिल होने की संभावना
हाल ही में सामने आई एक तस्वीर ने पवन सिंह की राजनीति में नई दिशा को लेकर अटकलों को जन्म दिया है। पवन सिंह की जन सुराज पार्टी के नेता आनंद मिश्रा के साथ मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। आनंद मिश्रा ने भी बक्सर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था और उनकी वजह से भाजपा के मिथिलेश तिवारी को हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद आनंद मिश्रा ने जन सुराज पार्टी ज्वाइन कर ली। अब, पवन सिंह की आनंद मिश्रा के साथ मुलाकात के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या पवन सिंह भी जन सुराज पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
पवन सिंह अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी मीडिया में सुर्खियों में रहे हैं। उनकी दूसरी पत्नी ज्योति सिंह के साथ तलाक को लेकर कई बार चर्चा हुई थी। हालांकि, हाल ही में खबरें आई हैं कि दोनों के बीच समझौता हो चुका है और वे अब एक साथ हैं। लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भी ज्योति सिंह पवन सिंह के साथ नजर आईं, जिससे उनकी पर्सनल लाइफ में सुधार की ओर इशारा मिलता है।
आगे का रास्ता
भोजपुरी स्टार की राजनीति में सक्रियता और जन सुराज पार्टी के नेताओं के साथ उनकी मुलाकात यह संकेत दे रही है कि पवन सिंह एक नई राजनीतिक दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। अगर वह जन सुराज पार्टी में शामिल होते हैं, तो यह बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव हो सकता है।
पवन सिंह के राजनीतिक सफर और उनकी भविष्य की योजनाओं पर नजर रखना दिलचस्प होगा। क्या वह अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरुआत जन सुराज पार्टी के साथ करेंगे, या कुछ और नया करने की सोच रहे हैं? यह सवाल अभी भी अनसुलझा है, लेकिन उनके हर कदम पर नजर रखी जा रही है।