DESK: पिछले सप्ताह बिहार के समस्तीपुर में महिला सिपाही सीनियर अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाकर पुलिस कंट्रोल रूम में ही सुसाइड कर लिया था. यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है अब एक होमगार्ड जवान ने आत्महत्या करने की धमकी दी है. मुजफ्फरपुर में सिपाही और सार्जेट पर गंभीर आरोप लगाते हुए होमगार्ड जवान ने डीजीपी को पत्र लिखा है. इसके साथ ही जवान ने तिरहुत रेंज के आईजी और मुजफ्फरपुर के सिटी एसपी को भी पत्र लिखा है. जवान ने स्पीड पोस्ट के माध्यम से पत्र भेजकर शिकायत की है.
आरोप लगाने वाले होमगार्ड जवान का नाम कन्हैया कुमार है वह पुलिस लाइन में ड्राइवर का काम करता है. होमगार्ड जवान कन्हैया कुमार ने सार्जेंट मेजर मनोरंजन कुमार और यहां तैनात सिपाही मुकेश कुमार पर ड्यूटी देने के बहाने पैसे वसूलने, जातिसूचक गाली और मारपीट करने का आरोप लगाया है.
‘पत्नी के सामने सार्जेंट ने की पिटाई’
हिन्दूस्तान में छपी खबर के अनुसार पत्र में जवान ने लिखा है- उसे सिपाही मुकेश कुमार ने फोन कर बुलाया. मैंने बताया कि पत्नी बीमार है इलाज कराने के लिए लेकर जा रहे हैं तो उसने धमकाते हुए कहा कि सार्जेंट साहब से मिल लो नहीं तो बहुत बुरा होगा. इसके बाद मैं पत्नी के साथ ही परिवहन शाखा में सार्जेंट के पास पहुंचा, वहां मैंने पत्नी का इलाज कराने के लिए जाने की बात कही और चार दिन की छुट्टी मांगी. इसके बाद सिपाही के साथ मिलकर सार्जेंट ने पिटाई कर दी. तब वहां मौजूद दूसरे ड्राइवरों ने मुझे बचाया और इलाज कराने के लिए ले गए. इस घटना के बाद मैं और मेरी पत्नी डिप्रैशन में है. प्रताड़ना से दुखी हमलोग पता नहीं कब आत्महत्या कर लें.
ड्यूटी के बदले पैसे लेने का आरोप
इसके साथ ही होमगार्ड जवान ने आरोप लगाया कि मुकेश कुमार धमकी देता है कि पुलिस लाइन में ड्यूटी करनी है तो तेल के कूपन पर हस्ताक्षर कर दो या पांच हजार रुपए महीने दो नहीं तो सार्जेंट साहब पुलिस लाइन में नहीं रहने देंगे. इसके साथ ही होमगार्ड जवान ने आरोप लगाया कि यहां अलग अलग जगह पर ड्यूटी के रेट फिक्स हैं. कैदी वाहन पर जाने के पांच हजार, सदर थाने के लिए 55 हजार, सरैया थाने का रेट 50 हजार, कांटी के लिए 40 हजार नहीं देने पर पुलिस लाइन बुलाकर सस्पैंड कर देने की धमकी दी जाती है.
मामला सामने आने के बाद डीएसपी विपिन नारायण शर्मा ने कहा कि प्रारंभिक जांच में गलत व्यवहार का मामला सामने आ रहा है. मामले की जांच की जा रही है. आरोप सही पाए जाते हैं सही कानूनी कार्रवाई की जाएगी.