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चंद्रयान-3 की सफलता पर जश्न में डूबे लोग, कई शहरों में फ्लैश-मॉब का आयोजन

DESK: चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न देश के कई हिस्सों में मनाया जा रहा है. हरियाणा के गुरुग्राम, राजस्थान के उदयपुर और चंडीगढ़ सहित कई जगहों पर फ्लैश-मॉब का आयोजन किया गया, जहां चंद्रयान की सफलता पर लोगों ने जमकर जश्न मनाया. चंडीगढ़ के सेक्टर-17 के प्लाजा में कार्यक्रम आयोजित किया गया. युवक-युवतियों ने डांस प्रोग्राम के जरिए भारत की सफलता के बारे में लोगों को किया जागरूक किया.

‘फ्लैश मॉब’ की थीम भारत के स्पेस रिसर्च के प्रयासों की जीत और इस सपने को साकार करने में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका के इर्द-गिर्द घूमती है. कार्यक्रम की शुरुआत भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) गीत की मधुर धुनों के साथ हुई, जिसने एक विस्मयकारी उत्सव का माहौल तैयार कर दिया. डांसरों ने इस अविश्वसनीय उपलब्धि को मनाने के लिए उनके समर्पण का प्रदर्शन किया.

फ्लैश मॉब का उद्देश्य न केवल मनोरंजन करना था बल्कि जनता को अंतरिक्ष अभियानों, वैज्ञानिक प्रगति के महत्व के बारे में शिक्षित करना भी था. आयोजकों का कहना है कि फ्लैश मॉब कलात्मक अभिव्यक्ति और सामुदायिक जुड़ाव का एक जीवंत उदाहरण है. इस तरह के आयोजन लोगों को एक साथ लाते हैं और हमारे शहर की सांस्कृतिक जीवंतता को बढ़ाते हैं.

प्रज्ञान और लैंडर को स्लीप मोड में गए

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने 14 जुलाई को चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च किया था. इसके बाद उसने 23 अगस्त को चंद्रमा के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग की, जहां उसने ऑक्सीजन, एल्युमिनियम, आयरन, टाइटेनियम, कैल्शियम, मैगनीज, सिलिकॉल और सल्फर की खोज की. वहीं, चंद्रयान का रोवर प्रज्ञान व लैंडर विक्रम स्लीप मोड में चला गया है. इसरो ने सोमवार को बताया कि लैंडर अपनी इच्छानुसार स्लीप मोड में गया है. विक्रम लैंडर आज सुबह 8 बजे के आसपास स्लीप मोड में सेट हो गया. पेलोड अब बंद कर दिए गए हैं. लैंडर रिसीवर चालू रखे गए हैं. एक बार सौर ऊर्जा खत्म हो जाने और बैटरी खत्म हो जाने पर विक्रम, प्रज्ञान के बगल में सो गया. इसरो ने उम्मीद जताई है कि 22 सितंबर के आसपास दोनों फिर एक्टिव हो सकते हैं.

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