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Bihar MLC Election Result: विधान परिषद चुनाव में राजद और सुधाकर सिंह को झटका, दो बीजेपी और दो सीट जदयू के खाते में

पटनाः बिहार विधान परिषद की पांच सीटों के लिए हुए चुनाव में महागठबंधन को झटका लगा है। 5 सीटों पर आए चुनाव परिणाम में सबसे चौंकाने वाला परिणाम सारण शिक्षक निर्वाचन सीट से रहा। यहां से प्रशांत किशोर समर्थित उम्मीदवार अफाक अहमद ने महागठबंधन (भाकपा) समर्थित उम्मीदवार व दिवंगत केदारनाथ पांडेय के बेटे आनंद पुष्कर को हराया।

वहीं, गया शिक्षक सीट को भाजपा ने महागठबंधन से छीन लिया है। विधान परिषद (Bihar MLC Election) की गया स्नातक, सारण स्नातक और गया शिक्षक, कोसी और सारण शिक्षक सीट पर वोट डाले गये थे। सारण में प्रशांत किशोर के समर्थित उम्मीदवार की जीत से पीके की टीम में खुशी की लहर दौड़ गई है। 5 सीटों में दो सीट भाजपा, दो सीट जदयू और एक सीट निर्दलीए के खाते में गई है।

कोसी शिक्षक निर्वाचन सीट पर जदयू ने जीत हासिल की

गया शिक्षक निर्वाचन सीट पर भाजपा ने बाजी मारी है। दूसरी वरीयता के वोटों की गिनती के बाद भाजपा के प्रत्याशी जीवन कुमार ने लगभग चार हजार वोटों से जदयू के संजीव श्याम सिंह को  शिकस्त दे दी। यह जदयू की सीटिंग सीट थी और संजीव श्याम सिंह विधान पार्षद हैं।

जदयू ने उन्हें ही मैदान में उतारा था। लेकिन संजीव श्याम सिंह की हार हो गई। यहां तीसरे नंबर पर निर्दलीय अभिराम शर्मा रहे, जिन्हें प्रशांत किशोर का समर्थन हासिल था। भाजपा के जीवन कुमार को दूसरे वरीयता की गिनती के बाद विजयी घोषित कर दिया गया। वहीं कोसी शिक्षक निर्वाचन सीट पर जदयू ने जीत हासिल की है।

यहां पर पूर्व विधान पार्षद शारदा सिंह के बेटे और जदयू उम्मीदवार डॉ. संजीव कुमार सिंह ने जीत दर्ज किया। उन्होंने भाजपा ने रंजन कुमार को मात दी। इस सीट पर भाजपा और जदयू के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा था। लेकिन काउंटिंग के बाद परिणाम डॉ. संजीव कुमार सिंह के पक्ष में ही आए।

भाजपा के अवधेश नारायण सिंह का सामना राजद के डॉ. पुनीत सिंह से था

वहीं सारण स्नातक सीट पर महागठबंधन के उम्मीदवार वीरेंद्र नारायण यादव ने एनडीए उम्मीदवार महाचन्द्र प्रसाद सिंह को पछाड दिया। सारण स्नातक क्षेत्र पर कुल 9 उम्मीदवार मैदान में थे, मगर जदयू और भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला था। जबकि गया स्नातक सीट पर भाजपा के अवधेश नारायण सिंह का सामना राजद के डॉ. पुनीत सिंह से था।

जीवन कुमार ने वोटों की गिनती में पछाड़ दिया

डॉ. पुनीत सिंह की प्रतिष्ठा सीधे सत्ताधारी सबसे बड़े दल से जुड़ी थी। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के भाई डॉ. पुनीत सिंह को जिताने के लिए राजद ने पूरी ताकत झोंक रखी थी। राज्य की राजनीति में कद और अनुभव के हिसाब से अवधेश नारायण सिंह बीस पड़े हैं, इसलिए यह सीट प्रतिष्ठा के टकराव का सबसे बड़ा इलाका था।

भाजपा ने विधान परिषद के पूर्व सभापति और मौजूदा विधान पार्षद अवधेश नारायण सिंह को मैदान में उतारा था। यह सीट प्रतिष्ठा पर इसलिए भी फंसी थी, क्योंकि उम्मीद और दावों से उलट गया के शिक्षक सीट पर जदयू के अनुभवी प्रत्याशी संजीव श्याम सिंह को भाजपा के जवान चेहरे जीवन कुमार ने वोटों की गिनती में पछाड़ दिया है।

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