DESK: संसद परिसर में हुए धक्का-मुक्की कांड के बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच तनाव बढ़ गया है। बीजेपी की शिकायत पर पार्लियामेंट स्ट्रीट थाना पुलिस ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने संसद भवन के मकर द्वार के पास धक्का-मुक्की की, जिसमें उनके दो सांसदों को चोटें आईं। दूसरी ओर, कांग्रेस ने भी बीजेपी सांसदों पर धक्का-मुक्की का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
गुरुवार को संविधान निर्माता भीमराव आंबेडकर के कथित अपमान को लेकर संसद भवन के मकर द्वार के पास सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य आमने-सामने आ गए। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच नारेबाजी और धक्का-मुक्की हुई। घटना में बीजेपी सांसद प्रताप चंद्र सारंगी और मुकेश राजपूत के घायल होने की खबर है।
बीजेपी ने अपनी शिकायत में राहुल गांधी पर शारीरिक हमला, उकसावे, और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी के सांसद हेमंग जोशी, अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। अनुराग ठाकुर ने कहा कि उन्होंने जांच और संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई की मांग की है।
महिला सांसद का आरोप
राज्यसभा की नागालैंड से सांसद फांगनोन कोन्याक ने राहुल गांधी पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया। उनका कहना है कि प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी उन पर चिल्लाने लगे, जिससे वह असहज हो गईं। कोन्याक ने राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखकर इस मामले में संरक्षण की मांग की है।
कांग्रेस ने पलटवार किया
कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार किया है। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी सांसदों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को धक्का दिया और राहुल गांधी के साथ भी अभद्रता की। कांग्रेस ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं दिग्विजय सिंह, मुकुल वासनिक, और प्रमोद तिवारी ने थाने में शिकायत दी और घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की।
विवाद की जड़
विवाद की शुरुआत गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में दिए एक बयान से हुई, जिसमें उन्होंने संविधान निर्माता आंबेडकर का जिक्र किया। कांग्रेस ने इसे आंबेडकर का अपमान बताया और विरोध जताया। इसके बाद से विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच टकराव बढ़ गया, जो गुरुवार को धक्का-मुक्की में बदल गया।
राजनीतिक माहौल गरमाया
यह घटना संसद के भीतर और बाहर राजनीतिक गरमाहट बढ़ा रही है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। बीजेपी और कांग्रेस की शिकायतों के बाद पुलिस पर निष्पक्ष जांच का दबाव बढ़ गया है। संसद परिसर में इस प्रकार की घटनाएं लोकतांत्रिक परंपराओं पर सवाल खड़े करती हैं। अब देखना यह होगा कि पुलिस की जांच में क्या निष्कर्ष सामने आता है और राजनीतिक विवाद कैसे सुलझता है।