Rajkot University Viral Video: गुजरात के राजकोट स्थित मारवाड़ी यूनिवर्सिटी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने पूरे विश्वविद्यालय को विवादों के घेरे में ला खड़ा किया है। वीडियो में गर्ल्स हॉस्टल की एक छात्रा को बुरी तरह से पीटा जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस वीडियो के पीछे की वजह बेहद गंभीर और चौंकाने वाली है। रिपोर्ट्स के अनुसार, विवाद नहाते हुए एक छात्रा का MMS बनाने और उसे वायरल करने से जुड़ा है, जिसने मामले को और भी पेचीदा बना दिया है।
वीडियो में क्या है?
वायरल हो रहे वीडियो में स्पष्ट तौर पर दिख रहा है कि दो लड़कियां मिलकर एक तीसरी लड़की को थप्पड़ मार रही हैं। यह घटना गर्ल्स हॉस्टल के अंदर की है, जहां किसी अन्य छात्रा ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाया और उसे ऑनलाइन शेयर कर दिया। वीडियो में दिख रही लड़कियां एक के बाद एक लगातार थप्पड़ मारती नजर आ रही हैं, और पीड़िता खुद को बचाने की कोशिश करती है। वीडियो में बातचीत किसी अन्य भाषा में हो रही है, इसलिए उस पर स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी, लेकिन विवाद की जड़ नहाते हुए बनाए गए MMS से जुड़ी बताई जा रही है।
MMS कांड ने मचाया बवाल
मामला तब और गंभीर हो गया जब खबरें आईं कि पीड़ित छात्रा का नहाते हुए वीडियो गुप्त रूप से बनाया गया और उसे अन्य छात्राओं के बीच शेयर कर दिया गया। इस घृणित कृत्य के बाद छात्राओं के बीच आपसी विवाद इतना बढ़ गया कि बात मारपीट तक पहुंच गई। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है, लेकिन इसे लेकर अभी और जांच की जा रही है। इस विवाद ने मारवाड़ी यूनिवर्सिटी के माहौल को पूरी तरह से हिला कर रख दिया है।
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पुलिस ने लिया मामला संज्ञान में
जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस विभाग हरकत में आए। विवादित वीडियो और MMS कांड के बाद पीड़िता के माता-पिता को भी मामले की जानकारी दी गई। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी है, लेकिन नहाते हुए वीडियो से जुड़ा होने के कारण यह मामला और अधिक संवेदनशील हो गया है। प्रशासन इस बात को लेकर भी सचेत है कि किसी भी प्रकार की अफवाह या गलत जानकारी फैलने से बचा जाए।
पुलिस की ओर से अब तक की जानकारी के अनुसार, वे इस मामले में फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं ताकि सच्चाई का सही तरह से पता लगाया जा सके और आरोपी छात्राओं के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा सके। इस बीच, माता-पिता के पहुंचने के बाद पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन की संयुक्त बैठक भी की जाएगी, ताकि आगे की कार्रवाई पर निर्णय लिया जा सके।
मारवाड़ी यूनिवर्सिटी का विवादित इतिहास
यह पहली बार नहीं है जब मारवाड़ी यूनिवर्सिटी विवादों में आई हो। इससे पहले भी इस विश्वविद्यालय में कई विवाद सामने आ चुके हैं। कुछ समय पहले इसी यूनिवर्सिटी के कैंपस में गांजे के पौधे पाए गए थे, जिससे कॉलेज प्रशासन की कड़ी आलोचना हुई थी। पौधों के मिलने के बाद आनन-फानन में उन्हें नष्ट कर दिया गया था, लेकिन यह घटना विश्वविद्यालय की छवि पर गहरा असर छोड़ गई थी।
अब इस नए विवाद ने फिर से विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्राओं के बीच मारपीट और एक लड़की के नहाते हुए वीडियो के कारण यूनिवर्सिटी के प्रशासन पर छात्रों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। इसके साथ ही हॉस्टल में रहने वाली अन्य छात्राएं भी इस घटना से डरी हुई हैं।
छात्राओं की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना के बाद से मारवाड़ी यूनिवर्सिटी के प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। हॉस्टल में छात्राओं की प्राइवेसी और सुरक्षा की कमी को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। एक ओर जहां छात्राओं के बीच विवाद ने मारपीट का रूप ले लिया, वहीं दूसरी ओर किसी छात्रा का नहाते हुए वीडियो बनाकर उसे वायरल करना एक बहुत ही गंभीर अपराध है, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन को भी उठानी होगी।
समाज में इस तरह की घटनाओं का प्रभाव
इस तरह की घटनाएं न केवल विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल करती हैं, बल्कि समाज में बढ़ते साइबर क्राइम और व्यक्तिगत प्राइवेसी के उल्लंघन के मामलों को भी उजागर करती हैं। खासकर छात्राओं की सुरक्षा और उनकी प्राइवेसी को लेकर इस तरह की घटनाओं से काफी चिंता पैदा होती है। जहां एक ओर डिजिटल दुनिया ने हमें कई सुविधाएं दी हैं, वहीं दूसरी ओर यह हमारी निजता के लिए भी बड़ा खतरा बनकर उभरी है।
मारवाड़ी यूनिवर्सिटी का यह विवादित वीडियो पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। घटना ने एक बार फिर से विश्वविद्यालय प्रशासन, पुलिस और समाज को छात्राओं की सुरक्षा और प्राइवेसी के प्रति सजग होने की आवश्यकता जताई है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने की उम्मीद है। इस घटना ने एक बार फिर से यह संदेश दिया है कि किसी भी प्रकार की साइबर क्राइम और प्राइवेसी उल्लंघन की घटनाओं को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।