Mohammed Shami: भारतीय क्रिकेट टीम को आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एक बड़ी राहत मिल सकती है, क्योंकि अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने रणजी ट्रॉफी में शानदार वापसी की है। शमी, जो पिछले एक साल से चोट के कारण क्रिकेट से दूर थे, ने बृहस्पतिवार को बंगाल के लिए खेलते हुए मध्य प्रदेश के खिलाफ मैच में चार विकेट झटकने के बाद अपनी फिटनेस साबित की है। इस प्रदर्शन से यह संभावना जताई जा रही है कि वह भारतीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जा सकते हैं।
शमी ने रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करते हुए मध्य प्रदेश की पहली पारी में 57 ओवर फेंके। इस दौरान उन्होंने चार मेडन गेंदों सहित 54 रन देकर चार विकेट चटकाए। शमी ने कप्तान शुभम शर्मा, आलराउंडर सारांश जैन और दो पुछल्ले बल्लेबाजों को आउट किया। इनमें से तीन बल्लेबाजों को उन्होंने बोल्ड किया, जबकि एक को विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के हाथों कैच आउट कराया। शमी की गेंदबाजी ने न केवल उनके फिट होने का संकेत दिया बल्कि उनकी क्षमता और अनुभव को भी उजागर किया।
राष्ट्रीय चयन समिति अब यह देखेगी कि शमी दूसरी पारी में किस तरह गेंदबाजी करते हैं और उनके शरीर पर मैच का क्या असर होता है। चयन समिति यह सुनिश्चित करना चाहती है कि शमी की फिटनेस पूरी तरह से ठीक है और उन्हें कोई दर्द या सूजन नहीं हो रही है। यदि शमी इस परीक्षा में सफल होते हैं, तो वह भारतीय टीम में शामिल हो सकते हैं और ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चयनित हो सकते हैं।
शमी ने पिछले साल 19 नवंबर को वनडे विश्व कप फाइनल के बाद से कोई प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला था, जब उन्होंने टखने की सर्जरी करवाई थी। हालांकि, उन्होंने रणजी ट्रॉफी मैच में अपनी फिटनेस साबित करने के बाद चयनकर्ताओं को एक उम्मीद दी है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की चिकित्सा टीम और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) की टीम उनकी फिटनेस पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार, चयन समिति के सदस्य अजय रात्रा और एनसीए के प्रमुख डॉ. नितिन पटेल ने शमी की गेंदबाजी का विशेष रूप से आकलन किया। वे चाहते हैं कि शमी के शरीर की प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए अंतिम फैसला लिया जाए। यदि शमी फिट रहते हैं और कोई दर्द नहीं होता, तो यह तय है कि वह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएंगे और 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होने वाले पहले टेस्ट से पहले टीम से जुड़ सकते हैं।
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बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया, “रणजी ट्रॉफी का अगला दौर 23 जनवरी को शुरू होगा, और इसलिए चयनकर्ताओं के पास शमी की फिटनेस जांचने का केवल एक ही मौका था।” शमी ने इस मैच में कुल 90 डॉट गेंदें फेंकी हैं और 57 ओवर में अधिकांश समय फील्डिंग की है। अब उनकी मुख्य परीक्षा यह होगी कि वे दूसरी पारी में कैसे प्रदर्शन करते हैं और चार दिन बाद उनकी फिटनेस कैसी रहती है।
यदि शमी फिट रहते हैं, तो वह टीम में बुमराह के साथ जुड़ सकते हैं, जिससे भारतीय गेंदबाजी की ताकत में इजाफा होगा।