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अक्षरा सिंह को धमकी देने के मामले में स्वर्गीय बरमेश्वर मुखिया का पोता गिरफ्तार, परिवार ने बताया साजिश

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर अभिनेत्री अक्षरा सिंह को 50 लाख रुपये की रंगदारी और जान से मारने की धमकी देने के मामले में बिहार पुलिस ने आरा के पवना थाना क्षेत्र के खोपीरा गांव से कुंदन कुमार सिंह को गिरफ्तार किया है। कुंदन, रणवीर सेना के पूर्व मुखिया स्वर्गीय बरमेश्वर मुखिया का पोता है। इस गिरफ्तारी के बाद पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।

घटना का विवरण

अक्षरा सिंह ने पुलिस को बताया कि 12 नवंबर की रात उन्हें दो अलग-अलग मोबाइल नंबरों से धमकी भरे कॉल आए। पहला कॉल रात 12:20 बजे और दूसरा उसके एक मिनट बाद आया। कॉल करने वाले ने 50 लाख रुपये की मांग की और पैसा नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी। अक्षरा ने तुरंत इसकी शिकायत पुलिस से की।

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कुंदन सिंह को हिरासत में लिया। हालांकि, जांच में उसके मोबाइल फोन से कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला, जिससे यह साबित हो सके कि धमकी भरे कॉल कुंदन ने ही किए थे।

परिवार का आरोप: षड्यंत्र का हिस्सा

गिरफ्तार आरोपी कुंदन के चाचा इंदु भूषण सिंह ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया। उनका कहना है कि कुंदन ने हाल ही में तरारी विधानसभा उपचुनाव में एक प्रत्याशी के खिलाफ सोशल मीडिया पर कई आरोप लगाए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए प्रत्याशी विशाल प्रशांत के पिता सुनील पांडे के इशारे पर यह षड्यंत्र रचा गया है।

इंदु भूषण ने अक्षरा सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी “कैरेक्टर” सभी जानते हैं और वह पैसे के लिए कुछ भी कर सकती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अक्षरा सिंह को इस्तेमाल कर उनके परिवार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।

कुंदन के खिलाफ शराब के मामले का भी जिक्र

परिवार का कहना है कि कुंदन एक शराबी है और अक्सर विवादों में रहता है। उन्होंने दावा किया कि कुंदन को अक्षरा सिंह के मामले में नहीं, बल्कि शराब पीकर झगड़ा करने के कारण गिरफ्तार किया गया है।

मानहानि का मुकदमा करने की तैयारी

इंदु भूषण सिंह ने स्पष्ट किया कि यदि कुंदन को इस मामले में जमानत मिलती है, तो वह अक्षरा सिंह के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।

अक्षरा सिंह का बयान

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी सशक्त पहचान रखने वाली अक्षरा सिंह ने कहा कि वह धमकी के बाद काफी डर गई थीं, लेकिन उन्होंने न्याय की उम्मीद से पुलिस का रुख किया। अक्षरा ने कहा कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई जरूरी है ताकि कोई भी इस तरह की हरकत न करे।

यह मामला जहां एक ओर कानूनी जांच का विषय है, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के कारण और भी पेचीदा हो गया है। पुलिस अब यह सुनिश्चित करने में लगी है कि असली दोषी को सजा मिले और इस विवाद का सच सामने आ सके।

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