क्राइममोतिहारी

MOTIHARI: पूर्व पंचायत समिति सदस्य ने खुद को मारी थी गोली, आत्महत्या के आसान तरीकों के बारे में गूगल पर किया था सर्च, पत्नी ने भाजपा MLA के खिलाफ दर्ज कराई थी FIR

पूर्वी चंपारण: पूर्वी चंपारण के पिपरा थाना क्षेत्र के महुआवा गांव के रहने वाले पूर्व पंचायत समिति सदस्य जितेंद्र प्रसाद उर्फ जीतू प्रसाद की हत्या के मामले में नए तथ्य सामने आए हैं। पुलिस ने अपनी जांच में खुलासा किया है कि जीतू की मौत हत्या नहीं, बल्कि आत्महत्या है। जीतू ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की थी। इसका खुलासा तालाब से बरामद देसी पिस्तौल और कारतूस से हुआ है। इसके अलावा, फोरेंसिक जांच में भी आत्महत्या के तथ्य सामने आए हैं। घटना से पहले जीतू ने गुगल पर भी आत्महत्या के बारे में सर्च किया था।

पत्नी ने विधायक पर हत्या का लगाया था आरोप

बता दें कि दस जुलाई को पीपरा थाना के तेलियाबाड़ी पोखर से एक अज्ञात शव बरामद किया गया था। सत्यापन के बाद शव की पहचान पंचायत समिति सदस्य जितेंद्र उर्फ जीतू के रूप में हुई थी। इस संदर्भ में जीतू की पत्नी सुमन देवी ने FIR दर्ज कर कराई थी। जीतू की पत्नी ने पीपरा से भाजपा विधायक श्यामबाबू प्रसाद यादव समेत तीन लोगों को आरोपी बनाया था। इस केस में विधायक का नाम आने से यह मामला बेहद ही संवेदनशील हो गया था।

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एसआईटी कर रही मामले की जांच

पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्र ने रविवार को बताया कि घटना के बाद अपर पुलिस अधीक्षक श्रीराज और चकिया डीएसपी सत्येंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने मामले का खुलासा किया है। स्थानीय गोताखोरों की मदद से दंडाधिकारी की मौजूदगी में तलाशी के दौरान तालाब से एक देसी पिस्तौल तथा फायर कारतूस भी बरामद किया गया है।

विधायक समेत अन्य पर लगे आरोपों की चल रही जांच

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पीपरा के विधायक श्यामबाबू प्रसाद यादव समेत तीन लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है, जिसमें डॉ. संजय कुमार और लेखा प्रसाद शामिल है। पुलिस वैज्ञानिक पद्धति से मामले की जांच कर रही है। घटना के दिन जीतू अकेले घर से निकला था और तेलियाबाड़ी पोखर तक अकेले पहुंचा था। इसका खुलासा सीसीटीटी फुटेज से की हुआ है।

इंटरनेट मीडिया पर ली थी जानकारी

जितेंद्र प्रसाद के जब्त फोन से यह खुलासा हुआ है कि तीन जुलाई को जीतू ने गुगल पर सर्च कर यह जाना था कि आत्महत्या के कौन से तरीके है। यह भी जाना था कि मौत कैसे होती है।

इसके बाद आठ जुलाई को गुगल पर सर्च कर गोली मारने से ठीक पहले यह जाना था कि आत्महत्या के दौरान इंसान कैसा महसूस करता है।

अगर दिल और दिमाग पर गोली लगी तो कितनी देर में हो जाएगी मौत इस बात की जानकारी ली थी। तमाम बातों को जानने के बाद उसने खुद को गोली मारी थी।

तालाब से बरामद पिस्तौल की होगी जांच

पुलिस ने तेलियाबाड़ी पोखर से जिस देसी पिस्तौल को बरामद किया है उसकी जांच कराएगी। उसके बाद विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जाएगा। हत्या के दिन ही पुलिस ने जीतू के दोनों हाथों का फिंगर प्रिंट लिया था, जिसे एफएसएल जांच के लिए भेजा गया है।

इनपुट- जागरण

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