नवादा : सही तरीके से गाइडेंस न मिले तो होनहार को बर्बाद होने में ज्यादा वक्त नहीं लगता। इसकी बानगी नवादा में देखने को मिली। हाल ही में रुपौ इलाके के एक लड़के ने प्रथम श्रेणी में मैट्रिक की परीक्षा पास की। घर वालों को उम्मीद थी कि आगे चलकर परिवार का नाम रोशन करेगा। दोस्त के मैट्रिक पास होने की खुशी में उसके साथियों ने गिफ्ट में पिस्तौल दे दी। पिस्टल को उसने रख भी लिया। दोस्त की बातों को मानकर एक दिन लूटपाट करने चला गया। ऐसे ही पांच दोस्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
रूपौ सहायक थाना क्षेत्र में सड़क लूट की दो घटनाओं को अंजाम देने के आरोप में पुलिस ने पांच अपराधियों को पकड़ा है। पकड़े गए लड़कों में भीखमपुर गांव का रंजीत कुमार, पप्पू कुमार उर्फ छोटू, आदर्श कुमार, पकरीबरावां थाना क्षेत्र के मड़वा गांव का राहुल कुमार और शेखपुरा जिले के शेखोपुरसराय थाना क्षेत्र के मीरबिगहा गांव का अजीत कुमार शामिल है। इनके पास से एक देसी कट्टा और सात मोबाइल बरामद किए गए। पुलिस के मुताबिक तीन मार्च को एक कपड़ा व्यवसायी से हथियार के बल पर 43 हजार रुपए और एक मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था। इसके बाद 12 मार्च को जोगना मोड़ पर एक व्यक्ति से तीन हजार रुपए और एक मोबाइल लूट लिया गया था।
मैट्रिक परीक्षा पास होने की खुशी में दी पिस्तौल
भीखमपुर गांव के रहने वाले संतोष राजवंशी का बेटा आदर्श कुमार इस बार मैट्रिक परीक्षा में फर्स्ट डिवीजन से पास हुआ था। परिवार में खुशी का माहौल था। सबको अपने लाडले से उम्मीदें थी। उनको लगता था कि आदर्श अपने नाम को चरितार्थ करेगा। मगर उसकी संगत गलत थी। उसके चार दोस्तों ने उसे गिफ्ट में पिस्तौल दिया। आदर्श ने बताया कि मैट्रिक की परीक्षा पास होने के बाद खुशी में हथियार को रख लिया। लेकिन हमें ये नहीं मालूम था कि आर्म्स रखने की वजह से जेल भी जाना पड़ेगा।
बनना चाहते थे आर्मी जवान, बन गए लुटेरे
वहीं, मड़वा गांव के रहने वाले अशोक यादव का बेटा राहुल कुमार लूट कांड का सबसे बड़ा सरगना है। उसने बताया कि वो आर्मी का जवान बनना चाहता था, इसके लिए सुबह-सुबह दौड़ भी लगाता था। थोड़ी सी पैसे की लालच में अपने दोस्त के साथ मिलकर इतना बड़ा गलत कदम उठा लिया। नवादा पुलिस ने इन सभी को लूटपाट के आरोप में गिरफ्तार किया है