पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने वर्ष 2025 के इंटरमीडिएट (कक्षा 12) और मैट्रिक (कक्षा 10) परीक्षा परिणामों को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। बोर्ड के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इंटरमीडिएट का रिजल्ट मार्च के अंतिम सप्ताह में और मैट्रिक का परिणाम अप्रैल के पहले सप्ताह में जारी किए जाने की संभावना है।
कब आएगा रिजल्ट?
इस बार भी पिछले 6 वर्षों की तरह बिहार बोर्ड सबसे पहले परिणाम जारी करने की तैयारी में है। बिहार बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम 24 मार्च तक जारी होने की उम्मीद है, जबकि मैट्रिक परीक्षा का परिणाम 1 अप्रैल तक घोषित किया जा सकता है। यह छात्रों के लिए राहत की खबर है, क्योंकि हर साल की तरह इस बार भी परिणामों की समय पर घोषणा की जा रही है।
परीक्षार्थियों की संख्या
वर्ष 2025 के इंटरमीडिएट परीक्षा में कुल 12.92 लाख परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे। इनमें 6.50 लाख छात्र और 6.41 लाख छात्राएं शामिल थीं। परीक्षा का आयोजन बिहार के 1677 परीक्षा केंद्रों पर 1 फरवरी से 15 फरवरी के बीच किया गया था। वहीं, मैट्रिक परीक्षा में इस बार कुल 15.85 लाख परीक्षार्थी सम्मिलित हुए, जिसमें 7.67 लाख छात्र और 8.18 लाख छात्राएं थीं। इस बार मैट्रिक परीक्षा में छात्राओं की संख्या छात्रों से अधिक रही, जो एक महत्वपूर्ण आंकड़ा है।
मूल्यांकन में डिजिटल तकनीक का उपयोग
बिहार बोर्ड की ओर से आयोजित परीक्षा के परिणामों की समय पर घोषणा के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया को पूरी तरह से व्यवस्थित किया गया है। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि मूल्यांकन प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस प्रक्रिया के तहत उत्तर पुस्तिकाओं की गोपनीयता सुनिश्चित की जा रही है, और मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को यह नहीं पता होता कि वे किस क्षेत्र की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर रहे हैं। इसका उद्देश्य मूल्यांकन की पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनाए रखना है।
रिजल्ट कैसे चेक करें?
रिजल्ट जारी होने के बाद, छात्र अपनी परीक्षा का परिणाम बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की आधिकारिक वेबसाइटों, www.biharboardonline.bihar.gov.in या www.results.biharboardonline.com पर जाकर देख सकते हैं। इसके लिए छात्रों को अपने रोल कोड और रोल नंबर की जानकारी आवश्यक होगी। इसके अलावा, बोर्ड ने छात्रों को नकली वेबसाइट्स से सावधान रहने की चेतावनी दी है। छात्रों को सलाह दी गई है कि वे केवल आधिकारिक वेबसाइट पर ही अपना परिणाम देखें और बोर्ड द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करें।
बिहार बोर्ड की ओर से यह सुनिश्चित किया गया है कि मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और समयबद्ध हो, ताकि परिणाम समय पर और सटीकता के साथ घोषित किए जा सकें।