अग्निपथ योजना, जिसे भारतीय सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया था, शुरुआत से ही चर्चा में रही है। इस योजना को लेकर देशभर के कई युवाओं में नाराजगी थी, जिसका असर हाल के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को उठाना भी पड़ा। विशेष रूप से हरियाणा जैसे राज्यों में, जहां पार्टी को 10 में से केवल 5 सीटों पर संतोष करना पड़ा। लेकिन अब केंद्र सरकार इस योजना को लेकर लगातार नए-नए अपडेट ला रही है, जिससे युवाओं की नाराजगी को कम किया जा सके। इसी कड़ी में अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अग्निवीरों के लिए एक बड़ा ऐलान किया है, जिससे अग्निवीरों में उत्साह की लहर दौड़ गई है।
अमित शाह का ऐलान: अग्निवीरों को मिलेगा रोजगार
गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में हरियाणा में एक चुनावी रैली को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों के लिए नौकरी का एक महत्वपूर्ण ऐलान किया। उन्होंने कहा कि सेना से आने वाले हर अग्निवीर को केंद्र सरकार द्वारा नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने घोषणा की कि देश में अग्निवीरों के लिए 20 फीसदी रिजर्वेशन भी निर्धारित किया गया है।
इस घोषणा से यह स्पष्ट हो गया है कि हर अग्निवीर को भविष्य में रोजगार मिलेगा। शाह ने यह भी कहा कि जो अग्निवीर 20 फीसदी आरक्षण के तहत सरकारी नौकरी में चयनित नहीं हो पाएंगे, उन्हें हरियाणा में ही नौकरी दी जाएगी। इससे अग्निवीरों के बीच यह विश्वास बना है कि उनका करियर सुरक्षित है, और वे देश की सेवा के बाद भी रोजगार के अवसरों से वंचित नहीं रहेंगे।
अग्निपथ योजना की शुरुआत और उद्देश्य
14 जून 2022 को केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना की शुरुआत की थी। इसका मुख्य उद्देश्य देश के युवाओं को सेना में शामिल होने और देश सेवा के लिए प्रेरित करना था। इस योजना के तहत, सैनिकों की भर्ती सिर्फ चार साल के लिए की जाएगी, जिन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। इन चार वर्षों के बाद, 25 प्रतिशत अग्निवीरों को नियमित सेवा में बनाए रखने का प्रावधान किया गया है, जबकि बाकी 75 प्रतिशत को अन्य सिविल सेवाओं में जाने का अवसर मिलेगा।
इस योजना का सबसे बड़ा उद्देश्य भारतीय सेना को युवाओं से भरपूर रखना है। सरकार का मानना है कि युवाओं से भरी हुई सेना किसी भी चुनौती का सामना करने में अधिक सक्षम होती है। चार साल की छोटी सेवा अवधि से यह सुनिश्चित होगा कि सेना में हर समय जोश और जुनून से भरे जवान तैनात रहेंगे, जो देश की सुरक्षा के लिए तत्पर रहेंगे।
अग्निपथ योजना का लाभ
अग्निपथ योजना से सरकार को सबसे बड़ा लाभ यह मिलेगा कि भारतीय सेना हमेशा जवान और ऊर्जावान बनी रहेगी। इससे भारतीय सेना में हर समय नई सोच और नई तकनीक के प्रति जागरूकता बनी रहेगी। सरकार का मानना है कि युवा सैनिकों की सेना जंग के मैदान में किसी भी चुनौती को आसानी से पार कर सकेगी।
इसके अलावा, इस योजना का एक और लाभ यह है कि अग्निवीरों को चार साल की सेवा के बाद एक अच्छा वित्तीय पैकेज मिलेगा, जिससे वे अपने भविष्य को बेहतर बना सकेंगे। इसके अलावा, जो अग्निवीर सेना में अपनी सेवा पूरी करेंगे, उन्हें सिविल सेवाओं में आरक्षण और नौकरी के अवसर भी मिलेंगे। इसका मतलब यह है कि अग्निवीरों के पास सेवा के बाद भी एक सुरक्षित करियर विकल्प होगा।
योजना का विरोध और सरकार का रुख
हालांकि अग्निपथ योजना की शुरुआत के बाद से ही इसका कई जगहों पर विरोध हुआ। कई राजनीतिक दलों और संगठनों ने इस योजना की कुछ शर्तों को लेकर सवाल उठाए थे, जिनमें मुख्य रूप से सैनिकों की सेवा अवधि और भविष्य की सुरक्षा को लेकर चिंताएं थीं। विरोध के चलते सरकार ने योजना में कुछ बदलाव किए और इसे और अधिक युवाओं के लिए आकर्षक बनाने की दिशा में कदम उठाए।
सरकार ने अग्निवीरों के लिए रोजगार और आरक्षण की व्यवस्था करके इस योजना को और अधिक प्रभावी बनाने का प्रयास किया है। अमित शाह के हालिया ऐलान ने अग्निवीरों को एक बड़ा भरोसा दिया है कि वे सेना में सेवा के बाद भी रोजगार के अवसरों से वंचित नहीं रहेंगे।
अग्निवीरों में खुशी की लहर
गृहमंत्री अमित शाह के इस बड़े ऐलान के बाद से ही अग्निवीरों में खुशी की लहर दौड़ गई है। सेना में सेवा देने वाले युवाओं के लिए यह खबर एक नई उम्मीद लेकर आई है। सरकार द्वारा 20 फीसदी आरक्षण और हरियाणा में नौकरी की गारंटी ने युवाओं के मन में यह विश्वास जगा दिया है कि उनका भविष्य सुरक्षित है। इसके अलावा, सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि चार साल की सेवा के बाद अग्निवीरों को एक मोटी रकम मिलेगी, जिससे उनका आर्थिक भविष्य भी बेहतर होगा।
अग्निपथ योजना केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य भारतीय सेना को युवा और ऊर्जावान बनाए रखना है। हालांकि शुरुआत में इस योजना को लेकर कई विवाद और विरोध हुए थे, लेकिन सरकार के हालिया कदमों और गृहमंत्री अमित शाह के ऐलान के बाद युवाओं में एक नई उम्मीद जगी है। अग्निवीरों के लिए रोजगार की गारंटी और 20 फीसदी आरक्षण ने इस योजना को और अधिक प्रभावी और आकर्षक बना दिया है। अब देखना होगा कि आने वाले समय में यह योजना किस तरह से देश के युवाओं और सेना के लिए फायदेमंद साबित होती है।