3000 शिक्षकों की नौकरी पर मंडराया खतरा, बांका में सर्टिफिकेट्स की जांच शुरू

On: Thursday, December 19, 2024 10:07 AM
---Advertisement---
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

बिहार के बांका जिले में बीपीएससी के माध्यम से नियुक्त शिक्षकों की नौकरी पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। डीईओ (जिला शिक्षा अधिकारी) ने जिले के सभी बीईओ (ब्लॉक शिक्षा अधिकारी) को पत्र लिखकर बीपीएससी द्वारा नियुक्त दोनों चरणों के सभी 3000 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच का आदेश दिया है। निर्देश के अनुसार, तीन दिनों के भीतर सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की फोटो कॉपी जिला कार्यालय में जमा करनी होगी। इन प्रमाण पत्रों की गहन जांच की जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

महिला आरक्षण पर सवाल

जांच में पाया गया है कि बड़ी संख्या में ऐसी महिला शिक्षक नियुक्त हुई हैं, जो बिहार से बाहर की रहने वाली हैं। इन शिक्षकों ने महिला आरक्षण का लाभ लेकर बीपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की और नियुक्ति पाई। हालांकि, उनकी पात्रता पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि यह आरक्षण केवल बिहार की महिलाओं के लिए होना चाहिए था।

See also  बिहार बोर्ड परीक्षा 2025 की डेटशीट जारी, अब बिहार टॉपर को मिलेगी 2 लाख की राशि.., जानें कब से होंगी परीक्षाएं

योग्यता पर भी संदेह

कुछ शिक्षकों पर आरोप है कि वे आवश्यक योग्यता पूरी किए बिना ही नियुक्त हो गए हैं। 55% से कम अंक लाने वाली महिला अभ्यर्थियों को भी नियुक्त किया गया है, जबकि योग्यता मानदंडों में स्पष्ट रूप से 55% या उससे अधिक अंक होना अनिवार्य है। इसके अलावा, दर्जनभर शिक्षक ऐसे भी पाए गए हैं, जिनके पास संबंधित विषय में डिग्री नहीं है, लेकिन वे संबंधित विषयों के शिक्षक के रूप में काम कर रहे हैं।

See also  Railway Recruitment: 10वीं पास के लिए 1,154 अप्रेंटिस पदों पर आवेदन शुरू, बिना परीक्षा होगा चयन, जानें पूरी जानकारी

टीईटी/एसटीईटी और बीपीएससी विवाद

जांच में यह भी पाया गया है कि कुछ शिक्षक 2023 में टीईटी या एसटीईटी पास करने के बाद भी पहले बीपीएससी परीक्षा देकर शिक्षक बन गए। यह स्थिति बीपीएससी परीक्षा की प्रक्रिया और पारदर्शिता पर सवाल खड़े करती है।

Aloso Read: पटना-बांद्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस में आग लगने से अफरा-तफरी, 3 घंटे बाद ट्रेन रवाना

संभावित कार्रवाई

बांका के स्थापना डीपीओ संजय कुमार ने स्पष्ट किया है कि सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्र मंगवाए गए हैं और बीईओ को इन्हें तीन दिनों में जिला कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया गया है। जांच के बाद योग्यता मानदंडों को पूरा न करने वाले शिक्षकों की सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी।

See also  Bihar Board 12th Result : बिहार बोर्ड 12वीं का रिजल्ट इस डायरेक्ट लिंक से करें चेक, सबसे पहले देखें रिजल्ट

यह स्थिति बिहार की शिक्षा प्रणाली और नियुक्ति प्रक्रियाओं पर गंभीर प्रश्न खड़े करती है। अगर जांच में दोष सिद्ध होते हैं, तो 3000 शिक्षकों की नौकरी खतरे में पड़ सकती है। इस कार्रवाई का उद्देश्य शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को पारदर्शी और योग्य बनाने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।

Also Read: नीतीश कुमार की ‘प्रगति यात्रा’ से पहले कैबिनेट बैठक, आज लिए जाएंगे बड़े फैसले

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
---Advertisement---

Leave a Comment