मोदी सरकार ने दिवाली के अवसर पर देश के करीब 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनर्स को एक बड़ी सौगात दी है। 7वें वेतन आयोग के दायरे में आने वाले इन कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में 3% की बढ़ोतरी की गई है, जिससे DA अब 50% से बढ़कर 53% हो गया है। यह वृद्धि केंद्रीय कर्मचारियों के लिए वित्तीय राहत लेकर आई है, जो महंगाई की बढ़ती दरों के प्रभाव को कम करने के लिए समय-समय पर लागू की जाती है। आइए, इस बढ़ोतरी के बाद सैलरी स्ट्रक्चर और अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर नजर डालते हैं।
1. सैलरी कैलकुलेशन की प्रक्रिया
महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी से कर्मचारियों की सैलरी में कितना इजाफा होगा, यह बेसिक सैलरी और ग्रेड पे पर निर्भर करता है। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 10,000 रुपये है और ग्रेड पे 1,000 रुपये है, तो कुल 11,000 रुपये बनते हैं। अब इस 11,000 रुपये को बढ़े हुए महंगाई भत्ते 53% से गुणा करने पर 5,830 रुपये का DA अमाउंट मिलेगा। इसे बेसिक सैलरी में जोड़ने पर कुल सैलरी 16,830 रुपये बनेगी। यह पिछले 50% DA के मुकाबले लगभग 330 रुपये अधिक है।
हर कर्मचारी की बेसिक सैलरी और ग्रेड पे के अनुसार उनकी सैलरी में होने वाली बढ़ोतरी अलग-अलग होगी, लेकिन मोटे तौर पर हर कर्मचारी को इस बढ़ोतरी से सैलरी में अच्छा खासा फायदा होगा।
#WATCH | Delhi: Union Minister Ashwini Vaishnaw says, "Union Cabinet has approved a 3% hike in DA for central government employees and Dearness Relief for pensioners. A total of Rs 9448 Crores annually will be added to the paycheck of central government employees…" pic.twitter.com/8S5BpcgWEt
— ANI (@ANI) October 16, 2024
2. 3 महीने का एरियर मिलेगा
महंगाई भत्ते की यह वृद्धि एक जुलाई 2024 से लागू की गई है। इसका मतलब है कि केंद्रीय कर्मचारियों को अगस्त, सितंबर और अक्टूबर 2024 के तीन महीने का एरियर मिलेगा। यह एरियर नवंबर की सैलरी के साथ दिया जाएगा।
3. साल में दो बार होता है DA में बदलाव
सरकार आमतौर पर साल में दो बार महंगाई भत्ते में बदलाव करती है—पहली बार जनवरी में और दूसरी बार जुलाई में। हालांकि, इस साल (2024) मार्च और अक्टूबर में DA बढ़ाया गया है, जो क्रमशः एक जनवरी और एक जुलाई से प्रभावी हुआ। इससे यह सुनिश्चित होता है कि कर्मचारियों की सैलरी महंगाई के बढ़ते प्रभावों के अनुसार समायोजित होती रहे।
4. महंगाई भत्ते का महत्व
महंगाई भत्ता सरकार द्वारा अपने कर्मचारियों को बढ़ती महंगाई की भरपाई के लिए दिया जाता है। यह कर्मचारियों और पेंशनर्स की क्रय शक्ति बनाए रखने में मदद करता है। महंगाई दर में वृद्धि के अनुसार DA का निर्धारण होता है, और यह ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AICPI) के आधार पर तय होता है। यह भत्ता दो प्रकार की महंगाई दरों—खुदरा (रिटेल) और थोक—पर आधारित होता है। खुदरा महंगाई दर, जिसे उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) भी कहते हैं, के आधार पर ही DA की गणना की जाती है।
5. पिछले 3 साल में 6 बार बढ़ा DA
पिछले तीन सालों में महंगाई भत्ते में कुल 6 बार बढ़ोतरी हो चुकी है। इस साल अक्टूबर में 3% की वृद्धि के बाद DA 50% से 53% हो गया है। इससे पहले मार्च 2024 में DA में 4% की वृद्धि की गई थी, जिसके बाद यह 46% से बढ़कर 50% हुआ था। इसके अलावा, सितंबर 2023 में 42% से 46% और मार्च 2023 में 38% से 42% की वृद्धि हुई थी। इसी तरह, सितंबर 2022 और मार्च 2022 में भी DA में क्रमशः 4% और 3% की बढ़ोतरी हुई थी।
केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए महंगाई भत्ता एक महत्वपूर्ण घटक है, जो महंगाई के बढ़ते दबाव से राहत दिलाने में मदद करता है। इस बार की 3% बढ़ोतरी न सिर्फ दिवाली का तोहफा है, बल्कि यह कर्मचारियों की सैलरी में सीधा इजाफा करेगी और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगी। साथ ही, 3 महीने के एरियर के साथ यह वृद्धि कर्मचारियों के लिए और भी लाभदायक होगी।