बिहार के सारण जिले के पानापुर थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। मीरा देवी नामक महिला, जो अपने पति के अत्याचार से परेशान थी, खुदकुशी करने के इरादे से एक कुएं में कूद गई। महिला सात दिनों तक भूखी-प्यासी उस कुएं में जिंदा रही, जहां पानी बहुत कम और कीचड़ ज्यादा था। सात दिनों बाद ग्रामीणों ने महिला को कुएं से बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
यह घटना तब सामने आई जब गांव के कुछ बच्चे उस कुएं के पास खेल रहे थे। अचानक उन्होंने कुएं से आ रही कराहने की आवाज सुनी, जिससे बच्चे घबरा गए और उन्होंने तुरंत अपने परिजनों को इस बारे में बताया। परिवारवालों ने जब कुएं में झांका, तो वहां एक महिला दिखाई दी, जो कमजोर और घायल अवस्था में थी। गांववालों ने मिलकर काफी मशक्कत के बाद महिला को बाहर निकाला और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
मीरा देवी ने बताया कि वह सात दिनों से उस कुएं में फंसी हुई थी। उसने खुदकुशी के इरादे से कुएं में कूदने का फैसला किया था, लेकिन उसे अंदाजा नहीं था कि कुएं में पानी की जगह कीचड़ होगा। कुएं के अंदर जहरीले सांप, बिच्छू और अन्य जीव-जन्तु भी मौजूद थे, लेकिन उसके बावजूद महिला को कोई बड़ा शारीरिक नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, भूख और प्यास की वजह से उसकी हालत बहुत कमजोर हो गई थी, और उसे तुरंत इलाज की जरूरत थी।
महिला ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने बताया कि उसका पति उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। कई बार घरेलू हिंसा का शिकार होने के बाद, महिला ने अपने पति से तंग आकर आत्महत्या करने का मन बना लिया। गांववालों ने भी इस बात की पुष्टि की कि महिला का पति अक्सर उससे लड़ाई-झगड़ा करता था और बुरी तरह से मारपीट करता था। इस प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने यह खतरनाक कदम उठाया था।
मीरा देवी के सात दिनों तक कुएं में जीवित रहने की घटना को चमत्कार के रूप में देखा जा रहा है। जहरीले जीवों के बीच इतने दिनों तक बिना भोजन और पानी के रहना असंभव-सा प्रतीत होता है, लेकिन भगवान की कृपा से महिला को कोई गंभीर शारीरिक क्षति नहीं हुई। फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और महिला के पति पर भी कार्रवाई की तैयारी हो रही है। गांव में इस घटना की चर्चा हर ओर हो रही है और लोग इसे किसी अद्भुत घटना से कम नहीं मान रहे हैं।