Upendra Kushwaha: अमित शाह के बयान पर राजनीतिक विवाद, उपेंद्र कुशवाहा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
Upendra Kushwaha: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संदर्भ में दिए गए बयान ने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है। कांग्रेस ने इस बयान को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया और शाह के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्हें सार्वजनिक माफी की मांग की। कांग्रेस का आरोप है कि शाह ने बाबा साहब का अपमान किया है, जिससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।
इस मुद्दे पर राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह मामला कोई बड़ा मुद्दा नहीं है और कांग्रेस इसे केवल राजनीतिक लाभ के लिए उठा रही है। कुशवाहा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह प्रदर्शन और विवादों के जरिए जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि देश की जनता अब इन राजनीतिक चालों को समझ चुकी है और ऐसी नकारात्मक राजनीति से प्रभावित नहीं होगी।
#WATCH पटना: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर विपक्ष के प्रदर्शन पर राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा, "कांग्रेस पार्टी विपक्ष की पार्टी है और प्रदर्शन करना उनका काम है लेकिन जो मुद्दा उन्होंने उठाया है वो कोई मुद्दा… pic.twitter.com/myD3o1iM8d
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2024
कुशवाहा ने आगे कहा कि कांग्रेस की राजनीति का मुख्य उद्देश्य नकारात्मक मुद्दों को उछालकर राजनीतिक फायदा लेना है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह विकास की जगह केवल विरोध की राजनीति कर रही है। इससे पहले भी, जब राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा पर सवाल उठाए थे, कुशवाहा ने तेजस्वी पर पलटवार करते हुए कहा था कि उनकी यात्रा केवल राजनीति में लाभ लेने का एक जरिया है।
दूसरी ओर, प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि अमित शाह को तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि भाजपा नेताओं का अहंकार बढ़ता जा रहा है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है।
इस विवाद ने एक बार फिर देश की राजनीति में बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज कर दिया है। अब देखना यह है कि भाजपा और कांग्रेस इस मुद्दे को कैसे आगे बढ़ाते हैं।