बिहार के कटिहार में लोन एजेंट से परेशान एक युवक ने LIVE वीडियो बनाकर खुदखुशी कर ली है. मौत से पहले उसने अपने वीडियो में विनती की है कि लोन के लिए उसकी पत्नी को परेशान नहीं किया जाए. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. पुलिस के मुताबिक युवक मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन यापन करता था. मामला बिहार के कटिहार जिले के डंडखोरा थाना क्षेत्र में कन्दरपेली गांव का है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.पुलिस के मुताबिक सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहे युवक की पहचान संजीव ठाकुर के रूप में हुई है.
बताया जा रहा है कि वह काफी समय से आर्थिक तंगी की चपेट में था. काफी प्रयास के बाद भी स्थिति नहीं सुधरी तो उसने ग्रुप लोन ले लिया. कुछ दिन तो सब ठीक रहा लेकिन बाद में लोन एजेंट तगादा करने लगे तो संजीव कमाने के लिए हरियाणा चला गया. संयोग से हरियाणा में ही उसका एक्सिडेंट हो गया. इसमें उसका एक पैर टूट गया और लंबी बीमारी की गिरफ्त में आ गया.उसी समय से वह बेड पर पड़ा रहता था. इधर, चूंकि आमदनी बंद हो गई तो लोन की किश्तें जमा होनी बंद हो गईं. ऐसे में उसे लोन डिफाल्टर घोषित करते हुए लोन एजेंट दिन रात उसे धमकाने लगे.
घर आकर धमकाते थे लोन एजेंट
यह लोन एजेंट कभी फोन पर तो कभी घर आकर धमकाते और उसे अपशब्द बोलते थे. इससे परेशान होकर संजीव ने आखिरकार अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. सुसाइड से पहले उसने अपने मोबाइल फोन से एक वीडियो बनाया और इसमें अपना पूरा दर्द सुनाने के बाद खुद लाइव आकर फंदे से झूल गया.सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कटिहार एसडीपीओ अभिजीत कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने हर संभावित एंगल से मामले की जांच शुरू कर दी है. इस मामले में लोन एजेंट द्वारा प्रताड़ना की जानकारी मिली है. पुलिस यह जांच कर रही है कि उसे लोन एजेंट कैसे परेशान करने की कोशिश कर रहे थे.
सीमांचल में माइक्रोफाइनेंस कंपनियों का जाल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक लोन एजेंट की प्रताड़ना का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले कटिहार के अलावा सीमांचल इलाके में ग्रुप लोन के चक्कर मे कई लोग अपनी जान दे चुके हैं. दरअसल इस इलाके में निजी माइक्रोफाइनेंस कंपनियां घर घर घूमकर लोगों को लुभावने ऑफर दे रही हैं और केवल आधार कार्ड लेकर उन्हें लोन बांट रही हैं. लोग ऑफर देखकर लोन ले भी लेते हैं, लेकिन अक्सर किश्तें बाउंस हो जाती हैं. ऐसे हालात में उन्हें लोन चुकाने के लिए अपने घर बार तक बेचने पड़ जा रहे हैं.