Bihar Weather Report: बिहार में इस साल ठंड के मौसम में थोड़ी देरी हो रही है, लेकिन आने वाले दिनों में प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जताई जा रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, इस वर्ष ला नीना प्रभाव के चलते ठंड का असर अधिक होगा, हालांकि ठंड की शुरुआत में अभी कुछ दिन की देरी हो सकती है। फिलहाल राज्य में बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी युक्त पूर्वी हवा का प्रवाह बना हुआ है, जो धीमी गति से बह रही है। इसी कारण प्रदेश में रात का न्यूनतम तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक बना हुआ है और वातावरण में हल्का धुंधलापन देखा जा रहा है।
पटना स्थित IMD के वैज्ञानिक एसके पटेल ने बताया कि ला नीना प्रभाव के कारण इस वर्ष ठंड अधिक होने की संभावना है। ठंड का मुख्य कारण उत्तर की ओर से आने वाली ठंडी हवाएं हैं, जो अब तक बिहार नहीं पहुंच पाई हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर के पहाड़ी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ की कमी के कारण वहां बर्फबारी नहीं हो रही है, जिससे उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं बिहार तक नहीं आ रही हैं। इसके चलते राज्य में अब तक ठंड का असर सामान्य से कम महसूस हो रहा है।
आगामी मौसम की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक बिहार का मौसम शुष्क रहेगा और आसमान में हल्के बादल छाए रह सकते हैं। आज के दिन यानी 12 नवंबर को भी राज्य का मौसम शुष्क रहने की संभावना है और बारिश की संभावना नहीं है। अधिकतम तापमान 28 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है जबकि न्यूनतम तापमान 20 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। सुबह के समय हल्का धुंधलापन बना रह सकता है और दोपहर के समय आंशिक धूप देखने को मिलेगी।
वहीं, अगले दो दिनों में हवा की दिशा में परिवर्तन हो सकता है, जिससे सुबह की धुंध में कमी आने और तापमान में गिरावट की संभावना है। इस बदलाव से ठंड का असर थोड़ा बढ़ सकता है।
अगले सप्ताह में मौसम में बदलाव की उम्मीद
IMD के वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले सप्ताह से उत्तर दिशा से ठंडी हवाओं का आगमन हो सकता है, जो ठंड की शुरुआत में तेजी ला सकता है। ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के बिहार में प्रवेश करने से ठंड के प्रभाव में वृद्धि होगी। पटेल का कहना है कि जैसे ही ठंडी हवाएं चलनी शुरू होंगी, प्रदेश में ठिठुरन का स्तर काफी बढ़ जाएगा और लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा।
इस साल ठंड की तीव्रता बढ़ने का कारण ला नीना का प्रभाव है, जिसका असर सर्दी के मौसम में अधिक दिखाई दे सकता है। पटेल के अनुसार, सर्दियों में न्यूनतम तापमान का विशेष महत्व होता है और ला नीना के प्रभाव के कारण इस बार न्यूनतम तापमान में उल्लेखनीय गिरावट होने की संभावना है। उत्तर से ठंडी हवाओं के पहुंचते ही बिहार में ठंड बढ़ने लगेगी और प्रदेश में ठिठुरन का माहौल बनेगा।