पटना: बिहार में विधानसभा की चार सीटों पर उपचुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। विपक्षी महागठबंधन के नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार के अंतिम दिन अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में रैलियां कर रहे हैं। सोमवार को प्रचार समाप्ति के बाद पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने दावा किया कि इन उपचुनावों में महागठबंधन की जीत सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भी इन सीटों पर महागठबंधन ने अच्छा प्रदर्शन किया था, और इस बार भी वही परिणाम देखने को मिलेगा।
नीतीश कुमार पर तंज
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हालिया बयान पर भी तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी। नीतीश ने कहा था कि 2005 से पहले बिहार में सांप्रदायिक दंगे होते थे। इस पर तेजस्वी ने पलटवार करते हुए नीतीश पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे सत्ता की कुर्सी के लिए अपनी नीति और सिद्धांतों से समझौता कर चुके हैं। तेजस्वी ने कहा, “नीतीश कुमार बापू का नाम लेते हैं, लेकिन उनके दिल में गोडसे को जगह दे रखी है।” तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार बीजेपी और आरएसएस को बिहार में सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने का मौका दे रहे हैं और इसे बिहार की जनता देख रही है।
विकास के मुद्दे की अनदेखी
तेजस्वी यादव ने सत्ताधारी दल पर विकास के मुद्दों से भागने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और उनके गठबंधन के नेता रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि जैसे मुद्दों पर बात करने से कतराते हैं। तेजस्वी ने कहा कि बिहार की जनता ने नीतीश को विकास के लिए चुना है, न कि धर्म और जाति की राजनीति के लिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के नेता केवल मंदिर-मस्जिद और जाति के मुद्दों पर राजनीति करते हैं, जबकि बिहार के युवाओं को रोजगार और बेहतर भविष्य की जरूरत है।
जनता देगी जवाब
तेजस्वी ने कहा, “हमारी पार्टी हमेशा बिहार के युवाओं के रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य की बात करती है, लेकिन सत्ता पक्ष से इन सवालों का जवाब नहीं मिलता। जनता सब देख रही है और इस बार जवाब भी देगी।”
बिहार में उपचुनाव का परिणाम सरकार के लिए अहम साबित हो सकता है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता किन मुद्दों को तरजीह देती है।