पटना: मिथिला की पावन भूमि, जिसे जनकनंदिनी मां सीता की जन्मस्थली के रूप में जाना जाता है, अब अयोध्या की तर्ज पर विश्व पर्यटन के एक प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित होने जा रही है। बिहार के सीतामढ़ी जिले के पुनौरा गांव में मां जानकी का भव्य मंदिर निर्माण होने जा रहा है। इस परियोजना की पुष्टि खुद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल से प्रस्तावित मंदिर परिसर की भव्य तस्वीरें साझा की हैं, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि यह सिर्फ एक धार्मिक स्थल ही नहीं बल्कि एक भव्य सांस्कृतिक धरोहर के रूप में उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मंदिर निर्माण सभी बिहारवासियों के लिए गर्व और सौभाग्य की बात है। उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर निर्माण के साथ-साथ सीता मंडप, पार्किंग एरिया और अतिथिशाला जैसी कई अन्य संरचनाओं का भी निर्माण किया जाएगा, जिससे यह स्थान पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह सुसज्जित और सुविधाजनक हो सकेगा।
ट्रस्ट का गठन और निर्माण में तेजी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए एक विशेष ट्रस्ट का गठन कर दिया गया है ताकि मंदिर निर्माण कार्य को तीव्र गति से पूरा किया जा सके। मुख्यमंत्री ने लिखा, “मुझे बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि जगत जननी मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम, सीतामढ़ी को समग्र रूप से विकसित किए जाने हेतु भव्य मंदिर सहित अन्य संरचनाओं का डिजाइन अब तैयार हो गया है, जिसे आपके साथ साझा किया जा रहा है।”
विधायी बदलाव और प्रशासनिक नियंत्रण
सरकार ने इस मंदिर के सुनियोजित विकास के लिए ‘बिहार हिंदू धार्मिक न्यास अधिनियम, 1950’ में संशोधन किया है। यह संशोधन हाल ही में अध्यादेश के रूप में लागू कर दिया गया है, जिससे राज्य सरकार को अब पुनौराधाम मंदिर की समस्त भूमि और परिसंपत्तियों के प्रशासन का अधिकार मिल गया है। इसके तहत मंदिर की वर्तमान न्यास समिति को भंग कर दिया गया है। हालांकि, परंपरा और आस्था को बनाए रखने के लिए वर्तमान महंथ को नई समिति में स्थान दिया जाएगा।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
यह परियोजना न केवल धार्मिक श्रद्धालुओं के लिए एक आकर्षण का केंद्र बनेगी, बल्कि बिहार में धार्मिक पर्यटन को भी एक नई ऊंचाई देगी। सीतामढ़ी पहले से ही धार्मिक मान्यताओं के कारण प्रसिद्ध है, और अब जब वहां अयोध्या की तर्ज पर भव्य मंदिर बनेगा, तो निश्चित ही देश-विदेश से श्रद्धालुओं और पर्यटकों का ध्यान इस ओर आकर्षित होगा।
नीतीश सरकार की यह पहल धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। मिथिला की धरती पर बनने वाला यह सीता मंदिर ना केवल जनकनंदिनी सीता की स्मृतियों को सजीव करेगा, बल्कि बिहार के धार्मिक और सांस्कृतिक गौरव को भी विश्वपटल पर स्थापित करेगा।