पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर चल रहे विवाद के बीच प्रशासन ने यह साफ कर दिया है कि परीक्षा चार जनवरी को निर्धारित समय पर आयोजित होगी। पटना के बापू परीक्षा परिसर में पुनर्परीक्षा की पूरी तैयारी कर ली गई है। अनियमितताओं के आरोप लगाकर री-एग्जाम की मांग कर रहे अभ्यर्थियों को बड़ा झटका लगा है।
धरना-प्रदर्शन जारी
पटना के गर्दनीबाग में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि पूरे केंद्र की परीक्षा रद्द कर दोबारा परीक्षा ली जाए। छात्रों का कहना है कि पूर्व परीक्षा में अनियमितताएं हुई थीं, जिससे पारदर्शिता पर सवाल खड़े होते हैं। हालांकि, प्रशासन ने उनकी मांग खारिज कर दी है।
परीक्षा के लिए प्रशासन की तैयारियां पूरी
पुनर्परीक्षा को स्वच्छ, कदाचारमुक्त और शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने विस्तृत तैयारी की है। गुरुवार को पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी अवकाश कुमार ने इस संबंध में बैठक की। परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए 24 स्टैटिक दंडाधिकारी, 22 जोनल दंडाधिकारी, और सात उड़नदस्ता दलों की नियुक्ति की गई है।
प्रशासन ने परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार के व्यवधान से निपटने के लिए सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
हेल्पलाइन नंबर जारी
परीक्षा के दौरान किसी भी समस्या की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। अभ्यर्थी बीपीएससी कार्यालय के नियंत्रण कक्ष (0612-2215354) और जिला नियंत्रण कक्ष (0612-2219810/2219234) पर संपर्क कर सकते हैं। यह सुविधा 24×7 उपलब्ध रहेगी।
रेल चक्का जाम और बिहार बंद का ऐलान
री-एग्जाम की मांग को लेकर छात्रों और विभिन्न संगठनों ने शुक्रवार, तीन जनवरी को बिहार में रेल चक्का जाम का ऐलान किया है। इस आंदोलन में सांसद पप्पू यादव भी शामिल होंगे। वहीं, प्रशांत किशोर ने छात्रों के समर्थन में आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
परीक्षा को लेकर आयोग का रुख सख्त
आयोग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षा निर्धारित समय पर ही आयोजित होगी। प्रशासन की कड़ी तैयारियों के चलते यह लगभग तय है कि परीक्षा में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी। अब देखने की बात यह होगी कि छात्रों और संगठनों का अगला कदम क्या होता है।
चार जनवरी की परीक्षा और इसे लेकर हो रहे विरोध के बीच राज्य में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। प्रशासन परीक्षा के निष्पक्ष संचालन के प्रति दृढ़ है, जबकि छात्र अपनी मांग पर अड़े हुए हैं।