पटना: बिहार में लंबे समय से चल रही भारी गर्मी और सूखे से परेशान लोगों के लिए राहत की खबर है। राज्य में मानसून अपने आखिरी दौर में लौट आया है और मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में झमाझम बारिश की चेतावनी दी है। राज्य में कम बारिश के कारण इस साल किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा, कई जिलों में धान की खेती पर संकट के बादल मंडराए हैं। अब, मौसम के बदलाव से राज्य के लोगों को गर्मी से राहत मिलने के साथ-साथ किसानों के लिए भी थोड़ी राहत की उम्मीद की जा रही है।
मानसून की वापसी से राहत
बिहार में इस साल मानसून की बेरुखी ने लोगों को परेशान कर रखा था। जहां मानसून में औसतन 959.4 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, वहीं इस साल अब तक केवल 689.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 28 प्रतिशत कम है। इस बारिश की कमी का सीधा असर किसानों की फसल पर पड़ा है। बहुत से किसानों ने धान की खेती को लेकर निराशा जाहिर की है, जबकि कई ने इस साल धान की बुआई से ही इंकार कर दिया।
हालांकि, अब मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, अगले तीन दिनों में बिहार के कई जिलों में अच्छी बारिश होगी। इसके तहत राजधानी पटना समेत कई क्षेत्रों में आसमान में काले बादल छाए हुए हैं और कहीं-कहीं बारिश शुरू हो गई है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है और मौसम सुहाना हो गया है।
ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी
पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य के विभिन्न जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 26 सितंबर को सुपौल, किशनगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, अररिया, शिवहर, और मधुबनी जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है और इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, वैशाली, मधेपुरा, दरभंगा, सिवान, सारण, बक्सर, भोजपुर, पूर्णिया, पटना, गोपालगंज, सहरसा और मुजफ्फरपुर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
चक्रवाती तूफान का असर
बिहार में बारिश की इस तेज़ी का कारण उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात को बताया जा रहा है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस चक्रवात की वजह से बिहार में अचानक भारी बारिश शुरू हो गई है। अगले दो दिनों में इस चक्रवाती प्रभाव के चलते राज्य में कई इलाकों में मूसलाधार बारिश होने की संभावना जताई गई है। विशेषकर गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, वैशाली, सारण, जमुई, बक्सर, भोजपुर, सीतामढ़ी, सहरसा, सिवान, बांका और समस्तीपुर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
तापमान में गिरावट और मौसम का हाल
बारिश के इस दौर के चलते तापमान में भी गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले 24 घंटों में गोपालगंज में सबसे अधिक 33.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, लेकिन अगले कुछ दिनों में बारिश के कारण तापमान में और गिरावट आने की उम्मीद है। राज्य के अन्य जिलों में भी अधिकतम तापमान में कमी आएगी, जिससे लोग भीषण गर्मी से राहत की सांस ले सकेंगे।
किसानों के लिए उम्मीद की किरण
राज्य के किसानों के लिए यह बारिश किसी राहत से कम नहीं है। लंबे समय से चल रहे सूखे के कारण फसलों को जो नुकसान हो रहा था, अब वह बारिश से कुछ हद तक कम हो सकता है। हालांकि, यह बारिश धान की फसल के लिए थोड़ी देर से आ रही है, लेकिन सब्जियों और रबी फसलों के लिए यह मौसम अनुकूल साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आने वाले दिनों में बारिश अच्छी रहती है, तो किसानों को दूसरी फसलों से काफी फायदा मिल सकता है।
कुल मिलाकर, बिहार में मानसून की वापसी से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। चक्रवाती प्रभाव के चलते राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिलेगी। हालांकि, बारिश की यह कमी किसानों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, लेकिन अगले कुछ दिनों में होने वाली बारिश से कुछ हद तक फसलों को नुकसान से बचाया जा सकता है। ऐसे में लोगों को आगामी दिनों में मौसम के बदलाव के लिए तैयार रहने की जरूरत है।