Bihar NDA Meeting News: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को अपने आवास पर एनडीए नेताओं की बड़ी बैठक की। इस बैठक में जेडीयू के साथ बीजेपी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेताओं के साथ उपेंद्र कुशवाहा भी पहुंचे। हालांकि कई बड़े नेता नहीं पहुंचे। जानकारी के मुताबिक बैठक की अध्यक्षता नीतीश कुमार ने की और बीजेपी के दोनों डिप्टी सीएम भी शामिल हुए।
पशुपति पारस को न्यौता नहीं
हालांकि एनडीए की इस बैठक में चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस नहीं पहुंचे और न ही उनकी पार्टी का कोई नेता बैठक में मौजूद रहा। खास बात ये है कि पशुपति पारस खुद को एनडीए का हिस्सा बताते रहे हैं। लेकिन नीतीश कुमार के आवास पर हुई बैठक के लिए किसी को भी न्यौता नहीं दिया गया था। अब सवाल ये है कि क्या पशुपति पारस आधिकारिक तौर पर एनडीए का हिस्सा नहीं हैं।
बैठक से कौन-कौन रहे ‘गायब’
मुख्यमंत्री आवास पर एनडीए की बैठक में गठबंधन के तमाम सांसद, विधायक, एमएलसी और जिला अध्यक्ष पहुंचे। हालांकि चिराग पासवान बैठक में मौजूद नहीं रहे। लेकिन उनकी पार्टी के सांसद बैठक में शामिल हुए। वहीं बिहार एनडीए के अहम खिलाड़ी जीतनराम मांझी भी बैठक में नहीं पहुंचे, लेकिन मांझी के बेटे संतोष सुमन बैठक में शामिल हुए। हालांकि उपेंद्र कुशवाहा बैठक में मौजूद रहे।
CM आवास के बाहर पुतला दहन
मुख्यमंत्री आवास पर हो रहे एनडीए की बैठक के बीच एक युवक ने बड़ा ही आत्मघाती कदम उठाया। युवक ने सीएम आवास के सामने ही खुद को आग के हवाले करने की कोशिश की, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस बल ने युवक को अपने कब्जे में ले लिया। इस घटना के बाद मौके पर अफरातफरी का माहौल कायम हो गया।
पशुपति पारस को मिला बंगला खाली करने का न्यौता
बीते दिनों बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने पशुपति पारस की पार्टी को पटना स्थित पार्टी कार्यालय खाली करने का नोटिस दिया था और कहा था कि अगर बंगला खाली नहीं किया गया तो जबरदस्ती खाली करवाया जाएगा। इस पर पशुपति पारस की पार्टी ने कोर्ट जाने की बात कही थी। इस बीच एनडीए की मीटिंग का न्यौता नहीं मिलने के बाद ये साफ हो गया है कि पशुपति पारस के लिए बिहार की राजनीति में प्रासंगिक बने रहने के लिए नया रास्ता तलाशना होगा।