पटना: बिहार की राजधानी पटना में ग्राम रक्षा दल के सैकड़ों सदस्य अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए और जोरदार प्रदर्शन किया। इन लोगों ने मानदेय बढ़ाने और स्थाई नौकरी की मांग करते हुए नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी सीएम हाउस का घेराव करने की कोशिश में थे, लेकिन पुलिस ने मौके पर ही इन्हें खदेड़ दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों में नाराजगी और बढ़ गई और उन्होंने सरकार के प्रति गहरी असंतुष्टि जाहिर की।
ग्राम रक्षा दल के सदस्य, जिन्हें ‘पुलिस मित्र’ के नाम से भी जाना जाता है, अपनी सेवाओं का उचित मुआवजा और स्थायित्व पाने की मांग कर रहे हैं। इनका कहना है कि वे 2012 से पंचायत स्तर पर पुलिस के संपर्क में रहकर गांवों में अपराध की सूचनाएं पहुंचाते रहे हैं। इसके बावजूद, सरकार ने अब तक इनकी मानदेय राशि तय नहीं की है और ना ही इन्हें स्थाई किया गया है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि उन्हें बिना किसी सुनिश्चित आर्थिक सहायता के काम करना पड़ता है, जो उनके लिए आर्थिक कठिनाइयों का कारण बन गया है।
ग्राम रक्षा दल के एक सदस्य, सिकंदर पासवान ने बताया, “हम आज सीएम हाउस का घेराव करने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने हमें जबरन हटा दिया। हम चाहते हैं कि सरकार हमारी मानदेय राशि तय करे और हमारी नौकरी को स्थाई बनाए। अगर हमारी मांगे नहीं मानी गईं तो हम 25 नवंबर से बिहार विधानसभा का घेराव करेंगे।”
बिहार में लगभग 8,000 ग्राम रक्षा दल के सदस्य सक्रिय हैं, जो पंचायत स्तर पर पुलिस के साथ मिलकर स्थानीय स्तर पर शांति और सुरक्षा बनाए रखने का काम करते हैं। ये सदस्य सरकार को गांव में हो रही किसी भी आपराधिक गतिविधि की सूचना देते हैं, जिससे पुलिस को अपराध रोकने में मदद मिलती है। अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करने के बावजूद, इन्हें आज तक उचित आर्थिक सहायता नहीं मिली है।