बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो का लंबा इंतजार सोमवार को समाप्त होने जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 6 अक्टूबर को पटना मेट्रो का उद्घाटन करेंगे। बीते कई सालों से पटना वासी मेट्रो का इंतजार कर रहे थे और अब यह सपना पूरा होने जा रहा है। मेट्रो के शुरू होने से न केवल सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा, बल्कि लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में समय और पैसे दोनों की बचत होगी।
पटना शहर के लोगों के लिए यह मेट्रो सफर का सपना अब हकीकत बनने जा रहा है। पहले फेज में रेड लाइन के तीन स्टेशनों के बीच लगभग 9 किलोमीटर की मेट्रो लाइन का संचालन शुरू किया जा रहा है। इस 9 किलोमीटर के सफर में ISBT, जीरो माइल और भूतनाथ स्टेशन शामिल हैं। शनिवार को ही मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त ने पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को परिचालन की अनुमति दे दी थी।
पटना मेट्रो संचालन की विशेषताएँ
नगर विकास विभाग ने मेट्रो के उद्घाटन के लिए 6 अक्टूबर की तिथि निर्धारित की है। ट्रायल रन भी पूरी तरह सफल हो चुका है। शुरुआती दौर में पटना मेट्रो करीब 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। फिलहाल ट्रेन में तीन बोगियां होंगी, जिनकी क्षमता 1000 यात्रियों की होगी। तीन बोगियों में 138 यात्रियों के बैठने की जगह होगी, जबकि 900 यात्री खड़े होकर सफर कर सकते हैं।
सुरक्षा और तकनीकी व्यवस्था
पटना मेट्रो की हर बोगी में 360 डिग्री CCTV कैमरे लगे होंगे। इसके अलावा, हर बोगी में इमरजेंसी बटन और माइक भी मौजूद होगा, जिससे किसी भी समस्या की स्थिति में आवाज सीधे ड्राइवर तक जाएगी। यह सुनिश्चित करेगा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि रहे।
निर्माण का इतिहास
पटना मेट्रो का निर्माण कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 17 फरवरी 2019 को आधारशिला रखने के बाद शुरू हुआ था। पहला चरण नवंबर 2020 में शुरू किया गया था, जबकि निर्माण के लिए पाइलिंग दिसंबर 2020 में शुरू हुई थी। लंबे समय तक चले निर्माण कार्य और कई बार हुई देरी के बावजूद, अब पटना मेट्रो तैयार है और लोगों को आधुनिक और सुविधाजनक यातायात सुविधा प्रदान करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
पटना मेट्रो के शुरू होने से शहर में ट्रैफिक की समस्या में काफी हद तक कमी आएगी और यात्रियों को तेज़ और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा। यह परियोजना न केवल पटना के नागरिकों के लिए सुविधाजनक है, बल्कि बिहार की राजधानी को स्मार्ट सिटी के मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करने में भी मदद करेगी।
पटना वासी अब मेट्रो की सवारी का अनुभव लेकर शहर में ट्रैफिक और समय की बचत दोनों का फायदा उठाने के लिए तैयार हैं। 6 अक्टूबर से यह मेट्रो सेवा शहर की रफ्तार और जीवनशैली में नई ऊर्जा भरने वाली है।