मोतिहारी: नए एसपी स्वर्ण प्रभात ने संभाली जिले की कमान, भू-माफियाओं, शराब माफियाओं और अपराधियों में मचा हड़कंप
मोतिहारी: रोहित शेट्टी की फ़िल्म ‘सिंघम’ का एक मशहूर डायलॉग है, “अगर पुलिस अपना काम ईमानदारी से करेगी तो क्रिमिनल्स अपराध करना तो दूर, किसी मंदिर के सामने से चप्पल भी नहीं चुरा पाएगा।” यह डायलॉग बिहार कैडर के 2017 बैच के युवा और ईमानदार आईपीएस अधिकारी स्वर्ण प्रभात पर पूरी तरह से फिट बैठता है। स्वर्ण प्रभात, जो जनता के हित में कार्य करने के लिए प्रसिद्ध हैं, अब पूर्वी चंपारण के नए एसपी के रूप में तैनात किए गए हैं।
कौन हैं आईपीएस स्वर्ण प्रभात?
स्वर्ण प्रभात 2017 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और भोजपुर जिले से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 105वीं रैंक हासिल की थी। उनके पिता का नाम कौशलेश कुमार सिन्हा और माता का नाम ललिता देवी है। यूपीएससी क्वालीफाई करने से पहले वे आईआईटीयन थे। स्वर्ण प्रभात, अपनी सख्त कार्यशैली और ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं।
मोतिहारी की जिम्मेदारी
मोतिहारी में अपराध पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी उन्हें दी गई है। इससे पहले, उन्होंने मुजफ्फरपुर में सिटी एसपी और गोपालगंज में एसपी के पद पर कार्य किया, जहां उन्होंने अपराधियों की नाक में दम कर दिया था। भू माफिया, शराब माफिया और बालू माफिया उनके कार्यकाल के दौरान चुप्पी साधने को मजबूर हो गए थे। अब, मोतिहारी में उन्हें और भी चुनौतियों का सामना करना है, क्योंकि यह जिला नेपाल से सटा होने के कारण अफीम, चरस, हथियारों और नकली नोटों की तस्करी का गढ़ बन चुका है।
जिले में ख़ुशी का माहौल, अपराधियों में खौफ
स्वर्ण प्रभात की पोस्टिंग से मोतिहारी के लोग बेहद खुश हैं। उन्हें विश्वास है कि वे अपराध और माफियाओं पर लगाम लगाने में सफल रहेंगे। जनता के लिए वे वरदान बनकर आए हैं, जबकि अपराधियों और माफियाओं के लिए काल। उनके नाम का पहले से ही खौफ है और जिले के सभी थानेदारों पर भी दबाव महसूस हो रहा है।
जिले में योगदान देने के साथ ही, उन्होंने विभिन्न थाना क्षेत्रों का निरीक्षण शुरू कर दिया है और घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई कर रहे हैं। उनकी सख्त कार्यशैली के कारण थानेदारों में भी डर का माहौल है, क्योंकि एसपी स्वर्ण प्रभात किसी भी गलती को बर्दाश्त नहीं करते हैं और सीधे कार्रवाई करने के लिए मशहूर हैं।
अब देखना यह है कि मोतिहारी में अपराध और तस्करी पर स्वर्ण प्रभात कितनी तेजी से लगाम लगा पाते हैं।
रिपोर्ट:- दिव्यांशु रमन