जानकारी के मुताबिक, वीरेंद्र कर्ण पत्रकारनगर स्थित जोगीपुर स्थित घर पर आ रहे थे. उन्होंने 17 फरवरी की रात नौ बजे मुजफ्फरपुर से पटना के लिए कार बुक की थी. करीब दस बजे अंतिम बार अपनी पत्नी दीपा कर्ण से फोन पर बात की और यह 40 मिनट में घर पहुंचने की बात की थी. इसके बाद 11 बजे रात में और चार बजे सुबह में फोन करने पर उनका फोन नहीं उठा. वे जब 18 फरवरी को भी नहीं आये तो पत्रकार नगर थाने में उनके गायब होने की सूचना पत्नी ने दी.
इसके बाद पटना पुलिस की टीम ने उन्हें मोबाइल फोन के लोकेशन के आधार पर हाजीपुर से बरामद कर लिया. बताया जा रहा है कि जिस कार को बुक किया गया था, उसका चालक नशाखुरानी गिरोह से मिला हुआ था और उसने ही अपने साथियों की मदद से नशा खिलाने के बाद वीरेंद्र कर्ण के साथ मारपीट की और इसके बाद हाजीपुर में कार से फेंक कर फरार हो गये.
पुलिस ने उन्हें हाजीपुर के मंडवा गांव से बरामद किया है. बदमाश उन्हें हाजीपुर में गाड़ी से उतार कर फरार हो गये थे. इसके बाद वे बेहोश होकर पड़े हुए थे तो स्थानीय लोगों की सूचना पर हाजीपुर पुलिस की निगरानी में थे. पत्रकार नगर थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती ने बताया कि उन्हें सकुशल बरामद कर लिया गया है और पटना लाया गया है.
उनकी शारीरिक स्थिति सामान्य होने पर विस्तार से पूछताछ की जायेगी. उन्होंने बताया कि वीरेंद्र कर्ण नशे के प्रभाव में थे. जिसके कारण वे कुछ भी स्पष्ट जानकारी नहीं दे पा रहे हैं.