मुजफ्फरपुर स्थित श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) एक बार फिर विवादों में आ गया है। यहां विजयी छपरा गांव की चंचला कुमारी ने सोमवार रात नॉर्मल डिलीवरी से बच्चे को जन्म दिया। परिवार को नर्सिंग स्टाफ की ओर से जानकारी दी गई कि नवजात लड़का है। यह सुनते ही परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई और घरवालों ने बधाई देना शुरू कर दिया।
लेकिन मामला उस समय उलझ गया जब प्रसूता और नवजात को लेकर परिजन अस्पताल से घर पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि बच्चा लड़का नहीं बल्कि लड़की है। इसके बाद घरवालों को शक हुआ कि अस्पताल में बच्चा बदल दिया गया है। गुस्साए परिजन तुरंत अस्पताल पहुंचे और नर्सिंग स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। शुरुआती जांच में बेड हेड टिकट (BHT) पर नवजात को लड़का दर्ज किया गया था। इसी आधार पर परिजन अदला-बदली का आरोप लगा रहे हैं।
नाइट शिफ्ट में तैनात स्टाफ से पूछताछ
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ विनीता सिन्हा एसकेएमसीएच पहुंचीं। उन्होंने नाइट शिफ्ट में ड्यूटी पर मौजूद नर्सिंग स्टाफ बेबी कुमारी, राजवंती कुमारी और चंद्रमणि कुमार से पूछताछ की। नर्सिंग स्टाफ ने बताया कि सोमवार रात एक ही समय में कई प्रसूताओं ने बच्चों को जन्म दिया था। चंचला कुमारी ने लड़का जन्मा था, जबकि उसी दौरान अन्य महिलाओं ने बेटियों को जन्म दिया। इसी दौरान गड़बड़ी होने की आशंका जताई जा रही है।
परिजनों का कहना है कि अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद जब वे घर पहुंचे, तभी बच्चे का लिंग देखकर उन्हें शक हुआ। इसके बाद वे दोबारा अस्पताल आए और बेड हेड टिकट की मांग की, जिस पर लड़का दर्ज पाया गया।
क्या बोले अस्पताल प्रशासन?
एसकेएमसीएच के उपाधीक्षक डॉ. सतीश कुमार सिंह ने कहा कि बच्चा बदलने की शिकायत मिली है। बीएचटी पर लड़का दर्ज है, लेकिन परिजनों के पास बेटी कैसे पहुंची, यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। वहीं एसडीपीओ विनीता सिन्हा ने बताया कि बच्चे की अदला-बदली की पुष्टि हुई है। मेडिकल ओपी प्रभारी को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है। नाइट शिफ्ट में जन्मे सभी नवजात शिशुओं और उनके परिजनों की जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब एसकेएमसीएच में बच्चा बदलने का मामला सामने आया हो। साल 2020 में भी यहां शिवहर जिले की एक महिला का नवजात NICU में भर्ती था, जिसे दूसरी महिला ने बदल लिया था। उस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था।
लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं ने एसकेएमसीएच की व्यवस्था और सुरक्षा पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजन मांग कर रहे हैं कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषी नर्सिंग स्टाफ पर कड़ी कार्रवाई की जाए।