बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र के जमालाबाद गाँव में एक दिलचस्प और पेचीदा मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला अपने देवर के साथ इश्क में पड़कर अपने पति को धोखा दे बैठी। लेकिन प्रेम कहानी का अंत कुछ इस तरह हुआ कि महिला को अब ना तो पति स्वीकार कर रहा है और ना ही देवर। यह मामला तब गंभीर रूप ले चुका है, जब महिला अपने बच्चे के साथ देवर के घर के बाहर धरने पर बैठ गई है।
मामला कैसे शुरू हुआ?
किरण देवी, जो कि जमालाबाद की रहने वाली है, ने छह साल पहले प्रमोद दास से शादी की थी। उनका एक बेटा भी है। सब कुछ सामान्य चल रहा था, जब तक कि उनका अपने देवर मनीष के साथ प्रेम संबंध नहीं बन गया। मनीष गाँव के सरपंच का बेटा है, और रिश्ते में किरण का देवर लगता है। पिछले पाँच सालों से दोनों का अफेयर चल रहा था, जो कि चोरी-छिपे चलता रहा। किरण और मनीष के बीच प्रेम इतना बढ़ गया कि उन्होंने दिल्ली भागकर शादी करने का निर्णय ले लिया।
भागने के बाद की कहानी
एक महीने पहले किरण ने अपने पति को छोड़ दिया और मनीष के साथ दिल्ली भाग गई। दिल्ली में एक मंदिर में दोनों ने शादी की। मनीष मजदूरी करता था और वहाँ दोनों रहने लगे। लेकिन भागकर शादी करने के बाद मनीष का व्यवहार बदलने लगा। एक महीने के भीतर ही उसने किरण को छोड़ दिया और फरार हो गया। किरण अकेली रह गई, और उसके पास दिल्ली में कोई जान-पहचान नहीं थी। कुछ मददगार लोगों ने उसकी स्थिति देखकर उसका ट्रेन का टिकट कटवाया और उसे वापस घर भेजा।
पति और ससुराल ने दिया साथ छोड़
घर लौटने के बाद जब किरण अपने पति के पास गई, तो उसने भी उसे साथ रखने से मना कर दिया। पति के इनकार के बाद किरण ने अपने देवर मनीष के पिता यानी सरपंच से गुहार लगाई, लेकिन सरपंच ने भी उसकी कोई मदद नहीं की और उसे घर में घुसने तक नहीं दिया। इस हालात में किरण पूरी तरह टूट चुकी है। अब किरण अपने बच्चे के साथ मनीष के घर के बाहर धरने पर बैठ गई है। उसका कहना है कि वो मनीष के साथ ही रहना चाहती है। वह किसी और जगह जाने को तैयार नहीं है और मनीष के धोखे को स्वीकार नहीं कर पा रही।
पांच साल पुराना अफेयर
किरण ने बताया कि मनीष और उसका प्रेम संबंध पिछले पाँच साल से चल रहा था। शुरुआत में वे सिर्फ फोन पर बातें करते थे। धीरे-धीरे यह बातचीत प्यार में बदल गई। मनीष अक्सर उसे फोन करता था और बातें करता था। किरण का कहना है कि उसे यह कभी अंदाज़ा नहीं हुआ कि वह कब मनीष से प्यार करने लगी। इस दौरान उसका एक बेटा भी हुआ, लेकिन उसका मनीष के प्रति प्यार कम नहीं हुआ। मनीष ने उसे दिल्ली भागने का सुझाव दिया, और वह उसके साथ जाने के लिए तैयार हो गई।
अब क्या चाहती है किरण?
किरण का साफ कहना है कि वह मनीष के बिना नहीं रह सकती। मनीष ने उसके साथ धोखा किया है, लेकिन फिर भी वह उसके साथ ही रहना चाहती है। उसके पास अब और कोई विकल्प नहीं बचा है। पति ने उसे छोड़ दिया है, और मनीष ने भी धोखा दे दिया है। अब वह और उसका बेटा बिल्कुल अकेले हो गए हैं। इसलिए वह मनीष के घर के बाहर बैठकर न्याय की मांग कर रही है।
पुलिस का बयान
अहियापुर थाना की पुलिस ने इस मामले पर जानकारी देते हुए कहा कि अभी तक उन्हें इस संबंध में कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है। अगर महिला द्वारा कोई आवेदन दिया जाता है, तो पुलिस मामले की जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई करेगी। पुलिस का यह भी कहना है कि मामला सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर अधिक जटिल है, इसलिए इसमें सुलह या कानूनी कार्रवाई को लेकर निर्णय लेना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
इस मामले ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि प्रेम और धोखे के बीच व्यक्ति किस हद तक जा सकता है। किरण ने अपने देवर के लिए अपने परिवार और पति को छोड़ दिया, लेकिन जब उसका देवर भी उसे छोड़कर भाग गया, तो वह अकेली पड़ गई। अब सवाल यह है कि क्या उसे न्याय मिलेगा या उसे अकेले ही इस स्थिति का सामना करना पड़ेगा।