पूर्वी चंपारण: ( मुन्ना कुशवाहा) पूर्वी चंपारण जिले के सुगौली प्रखंड में हजारों मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वाले बिना डिग्री वाले फर्जी चिकित्सक हजारों मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे है। इसके बाद भी प्रशासन और जिम्मेदार मेडिकल महकमा फर्जी चिकित्सकों पर कार्रवाई से बच रहा है। सुगौली प्रखंड नगर पंचायत हॉस्पिटल रोड़ सहित कई क्षेत्रों में सैकड़ों झोलाछाप चिकित्सक बिना अनुमति अवैध क्लीनिक का संचालन कर रहे है।
नर्सिंग एक्ट को ठेंगा दिखाकर कथित डॉक्टर अपनी दुकान चला रहे हैं। वे अपनी कमाई के लिए लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य महकमे सहित प्रशासन को अवैध क्लीनिक संचालन की जानकारी तो है, लेकिन वे कार्रवाई से बचते हैं। सुगौली प्रखंड के कई गांव ,चौक पर फर्जी डॉक्टर अपनी क्लीनिक खुलेआम चला रहे है। शहरी क्षेत्रों में भी बिना लाइसेंस के कई क्लीनिक संचालित हो रहे हैं। यहां तक की फर्जी डिग्री या बिना डिग्री के आधार पर भी लोगों का उपचार किया जा रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों को जांच करने तक की फुर्सत नहीं है।
लाखों की दवाई बेच रहे होलसेलर
सुगौली में सक्रिय कथित डॉक्टर न केवल मरीजों का उपचार करते हैं, बल्कि दवाइयां भी खुद ही देते हैं। इसके लिए बाकायदा सुगौली स्थित दवाई के थोक विक्रेताओं से लाखों रुपयों की दवाई की खरीदी हो रही है। प्रशासन को इस बात की भी जांच करना चाहिए कि लाखों की दवाइयां झोलाछाप चिकित्सकों सहित दूसरी पेथी में प्रेक्टिस करने वालों को बेचने की अनुमति दवाई विक्रेताओं को कौन दे रहा है। क्या शासन की नियमावली में इस तरह की बिक्री के लिए कोई वैधानिक व्यवस्था है। इस तथ्य की भी जांच होना चाहिए।
इंजेक्शन तक देते हैं फर्जी डॉक्टर
अवैध रूप से संचालित किए जाने वाले अस्पतालों में इंजेक्शन और सलाइन लगाने के साथ ही गंभीर बीमारियों तक का इलाज किया जा रहा है। इस पूरे खेल में मेडिकल एसोसिएशन भी चिकित्सकों के भरोसे करोड़ों रुपयों की दवाई खपा अपनी कमाई करने में लगी है। मेडिकल माफिया इतना सक्रिय है कि दवाइयों मरीजों को देते समय परिणामों की चिंता नहीं की जा रही है। क्षेत्र में इन दिनों फर्जी डॉक्टरों की बाढ़ सी आ गई है।