मोतिहारी: (सिद्धार्थ पाण्डेय): बिहार के मोतिहारी जिले में एक खौफनाक घटना देखने को मिली, जहां एक युवती ने आत्महत्या करने के इरादे से ट्रेन के आगे कूदने का प्रयास किया। यह घटना चकिया थाना क्षेत्र के रेलवे आउटर पर हुई। जानकारी के अनुसार, बापूधाम मोतिहारी रेलवे स्टेशन से पटना के लिए जा रही पाटलिपुत्रा मेमू इंटरसिटी एक्सप्रेस के आगे युवती कूद गई। लेकिन ट्रेन के लोको पायलट की सूझबूझ और तत्परता से एक बड़ा हादसा टल गया। पायलट ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया, जिससे युवती की जान बच गई।
लोको पायलट की सतर्कता
घटना के समय ट्रेन पटना की ओर जा रही थी। जैसे ही पायलट ने देखा कि एक युवती रेलवे ट्रैक पर कूद रही है, उन्होंने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल किया। ट्रेन के अचानक रुकने से यात्री भी हक्के-बक्के रह गए। इंजन के बिलकुल सामने युवती लेटी हुई थी, और कुछ देर तक वह ट्रैक पर ही पड़ी रही, जैसे कि उसे अपनी जान की परवाह नहीं थी। लोको पायलट ने तुरंत रेलवे अधिकारियों को सूचना दी और ट्रेन को रोककर रखा।
स्थानीय लोगों की मदद
इस बीच, घटना स्थल पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। युवती को ट्रैक से हटाने का प्रयास किया जाने लगा, लेकिन वह हिलने का नाम नहीं ले रही थी। इसी दौरान किसी ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि युवती इंजन के ठीक सामने ट्रैक पर लेटी हुई है और कुछ स्थानीय लोग उसे हटाने की कोशिश कर रहे हैं।
जब युवती किसी भी प्रकार से ट्रैक से हटने को तैयार नहीं थी, तो वहां मौजूद लोगों ने पास की महिलाओं से मदद मांगी। महिलाओं ने आगे बढ़कर युवती को समझाने और उसे ट्रैक से हटाने का प्रयास किया। काफी मशक्कत के बाद वे उसे ट्रैक से हटाने में सफल हुए। इसके बाद ही ट्रेन को फिर से रवाना किया जा सका।
वीडियो हुआ वायरल
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में दिख रहा है कि कैसे युवती इंजन के सामने लेटी है और लोग उसे समझाने की कोशिश कर रहे हैं। वीडियो ने लोगों के बीच चिंता पैदा कर दी, और इस घटना पर कई लोगों ने दुख और सहानुभूति प्रकट की।
पुलिस जांच में जुटी
युवती के इस कदम के पीछे की वजह का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। चकिया थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवती को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की जा रही है। युवती की मानसिक स्थिति को लेकर भी पुलिस जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि उसने आत्महत्या का प्रयास क्यों किया।
इस घटना ने एक बार फिर से इस बात पर जोर दिया है कि लोको पायलट की सतर्कता और त्वरित निर्णय ने एक बड़ा हादसा टाल दिया। अगर पायलट ने सही समय पर ब्रेक नहीं लगाए होते, तो यह घटना दुखद रूप ले सकती थी। वहीं, स्थानीय लोगों की मदद से युवती की जान बचाई जा सकी, जिससे यह साफ होता है कि मानवीयता और एकजुटता संकट की घड़ी में कैसे काम आती है।
इस घटना के बाद रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और स्थानीय पुलिस ने रेलवे ट्रैक के पास सुरक्षा बढ़ा दी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।