पूर्वी चंपारण: शादी एक पवित्र बंधन है, लेकिन अगर इसमें झूठ और धोखा हो, तो इसका अंजाम क्या हो सकता है, इसका ताजा उदाहरण पूर्वी चंपारण जिले के भूराखाल गांव में देखने को मिला। यहां मंडप में बैठी एक दुल्हन ने ऐसा फैसला लिया कि हर कोई हैरान रह गया। वजह थी दूल्हे की पढ़ाई-लिखाई को लेकर छिपाई गई सच्चाई, जो जयमाल के बाद सामने आई।
घोड़ासहन थाना क्षेत्र के कदमवा गांव से प्रमोद पासवान के बेटे लवकुश कुमार की बारात भूराखाल गांव में पहुंची थी। बारात का स्वागत पूरे रीति-रिवाज और धूमधाम से हुआ। वरमाला की रस्म भी खुशी-खुशी पूरी हुई, लेकिन यहीं से कहानी ने मोड़ लिया।
दुल्हन को दूल्हे पर शक हुआ कि शायद वह अनपढ़ है। इस शक को दूर करने के लिए उसने मंडप में ही दूल्हे को एक टास्क दिया। उसने कुछ रुपये दूल्हे के सामने रख दिए और कहा, “अगर आप सच में पढ़े-लिखे हो, तो इन रुपयों को गिनकर दिखाओ।” दूल्हा इस टास्क को पूरा नहीं कर पाया। इसके बाद दुल्हन ने मंडप छोड़ते हुए ऐलान कर दिया, “मैं इस शादी से इनकार करती हूं। यह वह लड़का नहीं है, जिसकी तस्वीर हमें दिखाई गई थी। इसने और इसके घरवालों ने हमसे झूठ बोला है।”
दुल्हन के इस फैसले से मौके पर मौजूद हर शख्स हैरान रह गया। बारातियों और रिश्तेदारों ने दुल्हन को समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह अपने फैसले पर अड़ी रही। देखते ही देखते माहौल तनावपूर्ण हो गया और लड़की पक्ष ने दूल्हे समेत पूरे बारात को बंधक बना लिया।
गुरुवार दोपहर को पताही थाना पुलिस को सूचना दी गई। थानाध्यक्ष विनीत कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव कर सभी को मुक्त कराया। इसके बाद दूल्हा अपने परिवार और बारातियों के साथ बिना दुल्हन के वापस लौट गया।
इस घटना ने इलाके में चर्चा का विषय बना लिया है। गांव में लोग दूल्हा बदलने और पढ़ाई की सच्चाई छिपाने को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। दुल्हन के साहसिक कदम की कुछ लोग सराहना कर रहे हैं तो कुछ इसे विवाह संस्कार का अपमान भी मान रहे हैं।
मुख्य बातें:
- दुल्हन ने दूल्हे को मंडप पर दिया नोट गिनने का टास्क।
- दूल्हा टास्क में फेल हुआ, जिससे अनपढ़ होने का शक सही साबित हुआ।
- दुल्हन ने शादी से किया इनकार, कहा- “ये वही लड़का नहीं है।”
- बारात को बंधक बनाया गया, पुलिस ने छुड़ाया।
यह मामला सामाजिक चेतना और पारदर्शिता की अहमियत को दर्शाता है कि शादी जैसे जीवन के अहम फैसले में सच और ईमानदारी कितनी ज़रूरी है।