पटना: बिहार के सरकारी स्कूलों में हाल ही में संपन्न हुई अर्धवार्षिक परीक्षाओं के मूल्यांकन के दौरान छात्रों द्वारा दिए गए विचित्र और अजीबो-गरीब उत्तर चर्चा का विषय बन गए हैं। 18 से 26 सितंबर तक चली इन परीक्षाओं के परिणाम 5 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। लेकिन इन परीक्षाओं में छात्रों ने जो उत्तर दिए हैं, उन्होंने शिक्षकों को हैरान कर दिया है और ये सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं।
छात्रों के हास्यास्पद उत्तर: गाने, शायरी और डायलॉग्स
परीक्षाओं में छात्रों ने सवालों के जवाब में गंभीरता से उत्तर लिखने के बजाय गाने, शायरी और फिल्मी डायलॉग्स लिख दिए। एक छात्र ने तो यह भी लिख दिया कि “हम यादव हैं, किसी से डरते नहीं,” जब उससे पूछा गया कि अगर वह अशोक की जगह होता तो कलिंग युद्ध के समय क्या करता। इस तरह के उत्तर ने शिक्षकों को चौंका दिया है, और इन्हें लेकर सोशल मीडिया पर खूब चुटकी ली जा रही है।
उत्तर पुस्तिकाओं में रचनात्मकता का अलग रूप
एक अन्य छात्र ने उत्तर पुस्तिका में ‘झूठी खाई थी कसम तू निभाई नहीं’ गाने के पूरे बोल लिख दिए, जबकि उससे एक ऐतिहासिक प्रश्न का उत्तर मांगा गया था। वहीं, एक अन्य छात्र ने अपनी उत्तर पुस्तिका में शायरी लिख दी – “पत्ता हिलता नहीं, हवा हिला देती है, लड़का बिगड़ता नहीं, लड़कियां बिगाड़ देती हैं।”
शिक्षकों की प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया पर वायरल
शिक्षकों के अनुसार, इन उत्तर पुस्तिकाओं को जांचते समय वे खुद भी हंसने को मजबूर हो गए। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इन उत्तर पुस्तिकाओं की पुष्टि किसी भी शिक्षा अधिकारी ने नहीं की है कि ये किस स्कूल या जिले से संबंधित हैं, लेकिन इस तरह के उत्तरों ने शिक्षा व्यवस्था की गंभीरता पर सवाल उठाए हैं।
विभागीय दृष्टिकोण
बिहार विद्यालय अध्यापक संघ के अध्यक्ष अमित विक्रम ने बताया कि ये प्रश्न इस बार की अर्धवार्षिक परीक्षा के ही हैं, लेकिन वायरल हो रही उत्तर पुस्तिकाओं का स्रोत अभी तक अज्ञात है। उन्होंने कहा, “उत्तर पुस्तिकाओं में जो जवाब वायरल हो रहे हैं, वे इसी बार की परीक्षा के हैं।” हालांकि, पटना जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है और यह भी कहा कि वायरल हो रही उत्तर पुस्तिकाएं पटना जिले की नहीं हैं।
क्या है शिक्षा का स्तर?
इस घटना ने बिहार के शिक्षा तंत्र पर गंभीर प्रश्न खड़े किए हैं। छात्र इस प्रकार के गैर-गंभीर उत्तर क्यों लिख रहे हैं, इसका कारण समझना और उसका समाधान करना आवश्यक है। यह घटना शिक्षा की गुणवत्ता और विद्यार्थियों में अनुशासन की कमी को उजागर करती है।
इन उत्तर पुस्तिकाओं ने एक तरफ जहां सोशल मीडिया पर हंसी-मजाक का माहौल बनाया है, वहीं दूसरी ओर यह राज्य की शिक्षा प्रणाली में सुधार की गंभीर आवश्यकता को भी दर्शाता है।